मामूली पद से कैसे बना करोड़ की संपत्ति ,अब तक क्यों नहीं हुई जांच तथा कार्रवाई
अमरेश उपाध्याय
सोनभद्र। मीरजापुर मण्डल के सोनभद्र जनपद अंतर्गत बीना में कार्यरत डाक सहायक कैलाश नाथ सिंह का सूत्रों से पता चला है कि पहले भी कई बार आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में बहुत लोगों ने कार्रवाई करानी चाही, किंतु यह अधिकारियों को पैसे देकर अपने वश में कर लेता है। यह कर्मचारी अपने दफ्तर में भी लायबिलिटी से अधिक नगदी बहुत अधिक रोका था। जिस संबंध में जांच बैठी तो यह उस जांच को भी धन बल से दबा दिया। अब एक तरफ जहां दो लोगों के द्वारा शिकायती पत्र उच्च अधिकारियों को लिखा गया है वहीं एक व्यक्ति आनलाइन शिकायत दर्ज कराया है किंतु अभी तक किसी भी प्रकार का कार्यवाही नहीं हुआ। जिससे सवालिया निशान खड़ा होता है कि कहीं यह इस बार फिर से जांच को दबाने का काम तो नहीं कर रहा है। हालांकि इस संबंध में जब डाक अधीक्षक मीरजापुर सुरेश चन्द्र से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर बताया। किंतु यहां सबसे बड़ी बात यह है कि यह कर्मचारी महज 10 वर्षों में एक छोटी सी कमाई के माध्यम से करोड़ों की संपत्ति कैसे बना ली। इसमें बड़ी झोल होने की पूरी उम्मीद है। इसी के साथ इसने कभी भी अपने आय का ब्यौरा आयकर विभाग को भी नहीं दिया। यह तमाम कर्मचारियों को इस समय अपना शिकार बनाया तथा कुछ ही दिनों में ज्यादा संपत्ति की जमीन भी खरीदने वाला है। यदि इसके तथा इसके पत्नी के नाम पर बैंक बैलेंस तथा जमीन तथा मकान को देखा जाए तो सब दंग रह जाएंगे। ऐसे में शिकायतकर्ताओं की मांग है कि डाक विभाग के अधिकारी ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ विशेष रूप से जांच करा कर दोष सिद्ध होने पर कड़ी से कड़ी सजा दें। जिससे यह तथा अन्य कोई भी कर्मचारी भविष्य में कभी भी कोई गलत काम किसी भी दफ्तर में न करने पाए। अब देखना है कि शिकायतकर्ताओं को इस मामले में किस तरह जवाब मिलेगा या नहीं मिलेगा। इसका इंतजार है।
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