रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
महाकुंभ नगर : 144 वर्षों के बाद बने शुभ संयोग पर महाकुंभ मेले में करोड़ों साधु-संन्यासियों और श्रद्धालुओं के विशाल जनसमूह की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें, श्री मनोज कुमार शर्मा, उपमहानिरीक्षक के निर्देशन में, महाकुंभ के जलक्षेत्र और सभी स्नान घाटों पर तैनात हैं।आज सुबह लगभग 11:10 बजे संगम नोज घाट पर 23 वर्षीय महिला स्नानार्थी, वी. तेजस्विनी, जो जिला हैदराबाद की निवासी को संगम पवित्र स्नान के बाद हाइपोथर्मिया के लक्षण अनुभव किए। घटनास्थल पर मौजूद एनडीआरएफ की टीम द्वारा तुरंत सक्रिय होते हुऐ पीड़ित महिला श्रद्धालु को सभी जरूरी प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गईं। टीम के नर्सिंग सहायक ने स्थिति को संभालते हुए उन्हें गर्म शॉल से ढककर ठंड से राहत दी। इसके बाद, पीड़िता को IRB नाव के माध्यम से वाटर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया और तुरंत उन्नत चिकित्सा देखभाल के लिए एंबुलेंस द्वारा भेजा गया। महिला का चिकित्सीय उपचार सेक्टर 24 अस्पताल में किया जा रहा है और महिला की हालत खतरे से बाहर है। यह उल्लेखनीय है कि एनडीआरएफ ने आधुनिक जीवन रक्षक उपकरणों से सुसज्जित एक वाटर एंबुलेंस गंगा नदी में तैनात की है, जो महाकुंभ के जलक्षेत्र और सभी संवेदनशील घाटों पर लगातार गश्त करती रहती है। इसके अतिरिक्त, नागवासुकी क्षेत्र में एनडीआरएफ द्वारा एक पांच-बेड वाला अस्थायी अस्पताल स्थापित किया गया है, जो दिन-रात मेले में आए श्रद्धालुओं को चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है।
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