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Friday, January 10, 2025

सीएम योगी ने सेक्टर-7 में निर्मित उत्तर प्रदेश दर्शन मंडपम का किया उद्घाटन...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाकुम्भ क्षेत्र में बनकर तैयार हुए यूपी स्टेट पवेलियन (उत्तर प्रदेश दर्शन मंडपम) का उद्घाटन किया। उन्होंने यूपी स्टेट पवेलियन को महाकुम्भ आने वाले देश और दुनिया के श्रद्धालुओं को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह यूपी स्टेट पवेलियन श्रद्धालुओं के लिए प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता को जानने और समझने का केंद्र बनेगा। यूपी स्टेट पवेलियन पहुंचने पर प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने सीएम योगी को पर्यटन सर्किट पर आधारित प्रदर्शनी स्थल को दिखाया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सेल्फी प्वॉइंट पर फोटो शूट भी कराया। इसके बाद उन्होंने यहां लोगों के आवागमन के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान बैकग्राउंड में पर्यटन विभाग का महाकुम्भ थीम सांग एक में अनेक हैं...भी बजता रहा। अलग-अलग हिस्सों में लगाई गई पर्यटन सर्किट पर आधारित प्रदर्शनी। उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा महाकुम्भ के सेक्टर 7 में पांच एकड़ क्षेत्रफल में तैयार किए गए दर्शन मंडपम में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के पर्यटन सर्किट पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त एक जिला एक उत्पाद, उत्तर प्रदेश ग्रामीण पर्यटन परियोजना और रेशम विभाग के स्टाल लगाए गए हैं। दर्शन मंडपम में उत्तर प्रदेश के व्यंजन, भारत के व्यंजन और ऑर्गेनिक व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए गए हैं। मुख्य मंडप में धार्मिक स्थलों की भव्य झांकी लगाई गई है। दिख रही प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता। पर्यटन से संबंधित गैलरी में रामायण सर्किट, कृष्ण-ब्रज सर्किट, महाभारत सर्किट, बुंदेलखंड सर्किट, शक्तिपीठ सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, सूफी कबीर सर्किट, बुद्धिस्ट सर्किट, जैन सर्किट, वाइल्ड लाइफ एवं ईको टूरिज्म सर्किट, क्राफ्ट सर्किट एवं स्वतंत्रता संग्राम सर्किट के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन महत्व से जुड़े स्थलों को प्रदर्शित किया गया है। इन 12 सर्किट में उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता की तस्वीर देखने को मिलती है।
व्यंजनों पर आधारित गैलरी का भी किया गया निर्माण।
खानपान से जुड़ी तीन तरह की गैलरियां तैयार की गई हैं। उत्तर प्रदेश के व्यंजनों पर आधारित गैलरी, भारत के व्यंजनों पर आधारित गैलरी और ऑर्गेनिक खानपान पर आधारित गैलरी में खानपान के बहुरंगी स्टाल लगाए गए हैं। यहां ओडीओपी और रेशम के उत्पादों के साथ ही ग्रामीण पर्यटन से जुड़ी गैलरियां तैयार की गई हैं और सभी के स्टाल लगाए गए हैं। उत्तर प्रदेश दर्शन मंडपम में बेहतरीन सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जो आगंतुकों को आकर्षित कर रहे हैं।

किसी भी विवादित ढांचे को मस्जिद बोलने से बचें, ये इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ: सीएम योगी...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुंभ नगर : किसी भी विवादित ढांचे को मस्जिद नहीं बोलना चाहिये। हम जिस दिन मस्जिद बोलना बंद कर देंगे तो उस दिन लोग जाना भी बंद कर देंगे। यह इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ भी है कि किसी की भी आस्था को ठेस पहुंचाकर, वहां मस्जिद नुमा ढांचा खड़ा कर दिया हो। ऐसे स्थान पर किसी भी प्रकार की होने वाली इबादत खुदा को भी मंजूर नहीं होती है। जब खुदा को मंजूर नहीं होती है तो बेकार में वहां क्यों इबादत की जाए। वहीं इस्लाम में उपासना के लिए एक स्ट्रक्चर खड़ा हो, यह आवश्यक नहीं है जबकि यह सनातन धर्म में है। सनातनी उपासना के लिए मंदिर जाएगा, इस्लाम के लिए नहीं है। ऐसे में हमे किसी भी ढांचे को मस्जिद बोलने की जिद्​द नहीं करनी चाहिये। यह समय एक नये भारत के बारे में सोचना के साथ आगे बढ़ने का है। हमे इस ओर ध्यान देना चाहिये। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में ऐरावत घाट पर एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कही। वर्ष 2013 में मां गंगा की गंदगी देख मॉरिशस के तत्कालीन पीएम के छलक आए थे आंसू।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक वर्ष पहले अयोध्या में 500 वर्षों का इंतजार समाप्त करके रामलला का विराजमान होना और 144 वर्षों बाद इस तरह के मुहूर्त में महाकुंभ का होना, ये ईश्वर की कृपा है। सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ में पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों के साथ दक्षिण भारत के राज्यों से संतों का आगमन नहीं हो पाता था। वहीं इस बार महाकुंभ में एक भारत, श्रेष्ठ भारत की तस्वीर देखने को मिलेगी। यहां हर जगह से संतों और श्रद्धालुओं की मौजूदगी होगी। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी अगले 45 दिनों में प्रयागराज की त्रिवेणी में डुबकी लगाएगी। सीएम योगी ने विपक्ष के वार पर पलटवार करते हुए कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि बीजेपी ने खुद को महाकुम्भ के आयोजन से जोड़ा है। इस आस्था को नई ऊंचाई देने से किसने रोका था। 2017 के पहले यही आयोजन गंदगी का पर्याय बनता था और अव्यवस्था होती थी। 2013 के महाकुंभ में क्या स्थिति थी। उन्होंने कहा कि मॉरिशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्नान करने आए थे और अव्यवस्था गंदगी देख आंखों से आंसू बहाकर दुखी मन से कहा था कि क्या यही गंगा है और वापस चले गये थे। वर्ष-25 का महाकुम्भ सुव्यवस्था, आस्था और आधुनिकता के महासमागम के रूप में जाना जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि मॉरिशस के लोगों ने मां गंगा की स्मृति को गंगा तालाब के जरिये संजोकर रखा है। उन्होंने मॉरिशस के प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि हमने उनसे संगम में डुबकी लगाने का आग्रह किया था। वह हमारा आग्रह स्वीकार कर प्रयागराज पहुंचे और 450 लोगों के साथ डुबकी भी लगाई। साथ ही काफी खुश हुए। सीएम ने कहा कि 2019 का कुंभ स्वच्छता के लिए जाना जाता है। 2025 का महाकुंभ सुव्यवस्था, आस्था और आधुनिकता के महासमागम के रूप में जाना जाएगा। बीजेपी की डबल इंजन सरकार इस आयोजन को भव्य-दिव्य तरीके से संपन्न कराने के लिए तैयारी कर रही है। साथ ही आस्था का सम्मान देते हुए मूर्त रूप दे रही है। कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का ले रखा है ठेका, मैंने यहां स्नान किया और आचमन किया, लेकिन बीमार नहीं पड़ा। सीएम योगी ने संगम पर नदी के पानी में प्रदूषण पर बोले कि मैंने भी कुछ ऐसे बयान पढ़े थे और मैं यहां पर कई बार आया हूं। संगम के तट पर आकर जल को देखा है, जल की मात्रा को देखा है। जल से स्नान भी किया और उसका आचमन भी किया है। मेरा तो स्वास्थ्य खराब नहीं हुआ। कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का एक ठेका ले रखा है। वहीं इससे पहले क्या था, इस पर कुछ नहीं कह सकता। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में संगम में इतना व्यापक पैमाने पर जल की राशि देखने को नहीं मिली रही होगी। मौजूदा वक्त में 10 हजार तीन सौ से ज्यादा क्यूसेक पानी केवल गंगा और यमुना में है। यह इतना पवित्र है कि आप वहां स्नान भी कर सकते हैं और बिना किसी संकोच के आचमन भी कर सकते हैं। मैं खुद करता हूं। यह मेरी आस्था भी है। प्रयागराज जिस कार्य का हकदार, उसे प्राप्त होना चाहिये। सीएम योगी ने वक्फ की जमीन पर महाकुम्भ के आयोजन पर कहा कि हम जानते थे कि प्रयागराज जिस कार्य का हकदार था, उसको प्राप्त होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी बार-बार यही निर्देश रहा है कि हमारे पावन तीर्थों को उसका अधिकार मिलना चाहिए। 2024 में देश और दुनिया की हर निगाह अयोध्या के लिए लगी थी, हर व्यक्ति के कदम बढ़ रहे थे। ये आहट मुझे दिसंबर 2023 से ही सुनाई दे रही थी कि जब महाकुम्भ होगा, तो दुनिया भर से क्वेरीज आनी शुरू हुई थी कि क्या है वहां की कनेक्टिविटी की व्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर। ऐसे में वर्ष 2019 से ही लेकर हम सभी सहमत थे कि हमे उनके हिसाब से व्यवस्था देनी है। इसे ही ध्यान में रखते हुए  दस हजार एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में आयोजन किया जा रहा है है, जिसमें महाकुम्भ के लिए पंडाल लगे हैं। ये विस्तृत भू-भाग है। पांच हजार एकड़ से ज्यादा भू-भाग ऐसा है, जहां पर पार्किंग की व्यवस्था अलग से दी गई है। वक्फ बोर्ड नहीं भूमाफियाओं का है बोर्ड, ये कुम्भ की भूमि है और कुम्भ के लिए रहेगी हमेशा उपलब्ध। प्रयागराज की इस धरती पर हजारों वर्ष से कुम्भ का आयोजन होता आ रहा है। इसके बाद भी उसको कोई वक्फ बोर्ड की लैंड बोल दे तो बस यही कहना है कि ये वक्फ बोर्ड है या भूमाफियाओं का बोर्ड है। इस तरह की दुष्प्रवृत्ति पर रोक लगनी ही चाहिए और हम रोक लगाएंगे। सीएम योगी ने कहा कि हमने कुछ संशोधन यहां पर किए हैं कि कोई भी जमीन जिस पर वक्फ ने कब्जा किया है या दावा किया है, 1363 फसली की उसके पूरे रिकॉर्ड को चेक किया जाए। कहीं भी वक्फ शब्द आता है तो पहले उसे देखो की जमीन किसके नाम पर थी और फिर उसको हम वापस दिलाने का काम कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि कहीं भी, किसी भी ऐसी जमीन पर जो सार्वजनिक उपयोग में होगी। हिंदू आस्था से जुड़े पवित्र स्थलों की जमीन होगी या सरकार की होगी, यहां पर इस प्रकार के किसी भी भूमाफिया बोर्ड को कब्जा नहीं करने देंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये कुम्भ की भूमि है और आने वाले साधु-संतों को कुम्भ के आयोजन के लिए इसी प्रकार से उपलब्ध होती रहेगी। दुनियाभर से आस्थावान लोग प्रयागराज के महाकुंभ में आ रहे हैं और अगर कोई उनकी आस्था और श्रद्धा को ठेस पहुंचाने के लिए ये कहता है कि साहब यह तो वक्फ की जमीन है। उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि हजारों वर्षों की भारत की विरासत का प्रतीक आयोजन यहीं पर होता आया है। डिजिटल महाकुम्भ के रूप में जाना जाएगा इस बार का महाकुम्भ सीएम ने कहा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा एक अस्थायी शहर है और कम से कम 40 करोड़ लोग यहां आने वाले हैं। यहाां लोग देखें कि एक भारत कैसे एक जगह पर आ करके श्रेष्ठ भारत के तौर पर जाति-मत से ऊपर उठ करके संगम में एक साथ डुबकी लगाएंगे। सीएम ने कहा कि इस बाद का महाकुम्भ डिजिटल महाकुम्भ के रूप में जाना जाएगा। इस कुम्भ के जरिये आस्था को आधुनिकता से जोड़ा है। एप के जरिये महाकुम्भ से संबंधित सभी जानकारी को श्रद्धालु देख सकेंगे। डिजिटल महाकुम्भ के एप पर सभी जानकारियां दी गयी हैं। इससे श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी। जो परंपरागत रूप से संगम में स्नान को आएंगे, उनका स्वागत है, वहीं जो कहेंगे ये भूमि हमारी है, उनकी होगी डेंटिंग-पेंटिंग सीएम ने महाकुम्भ में मुस्लिमों की एंट्री पर कहा कि जिनके मन में भारत और भारतीयता के प्रति, भारत की सनातन परंपरा के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव है, वो यहां पर आएं, लेकिन अगर कोई कुत्सित मानसिकता के साथ यहां आता है तो मुझे लगता है कि उसकी भावनाओं को भी अच्छा नहीं लगेगा और उसके साथ अन्य तरीके से भी व्यवहार हो सकता है। इसलिए वैसे लोग न भी आएं तो अच्छा है, लेकिन श्रद्धा के साथ आने वाला हर व्यक्ति प्रयागराज आए। बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिन्होंने किसी कालकंड में किसी दबाव में आकर उनके पूर्वजों ने उपासना विधि के रूप में इस्लाम स्वीकार किया था, लेकिन वे भारत की परंपरा पर आज भी गौरव की अनुभूति करते हैं। अपने गौत्र को भारत के ऋषियों के नाम से जोड़कर देखते हैं। पर्व और त्योहारों में उनकी भागेदारी उसी रूप में होती है। वो लोग अगर परंपरागत रूप से संगम में स्नान करने के लिए आते हैं तो कोई बुराई नहीं है। उनका स्वागत है। वो लोग आएं। कहीं कोई समस्या नहीं, लेकिन अगर कोई ये कहने आएगा कि ये भूमि हमारी है और हम लोग इस पर कब्जा करेंगे। मुझे लगता है कि उनको डेंटिंग-पेंटिंग का सामना करना पड़ सकता है। आइन-ए-अकबरी में भी है संभल में श्री हरि विष्णु मंदिर तोड़ने का जिक्र
सीएम ने संभल की जामा मस्जिद पर कहा कि कुछ लोगाें संभल जिले से अधिक की जमीन को वक्फ बोर्ड की जमीन बतायी है जबकि संभल में इतनी जमीन ही नहीं है। हमारे पुराणों में पांच हजार वर्ष पहले से ही उल्लेख है कि संभल में हरि विष्णु का दसवां अवतार कलकी के रूप में होगा। संभल में आज जो भी देखने को मिल रहा है, वह सभी सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है। सीएम ने कहा कि 5 हजार वर्ष पहले धरती पर इस्लाम नहीं था। उस समय केवल सनातन धर्म ही था। उस समय जब इस्लाम था ही नहीं तो जामा मस्जिद का उल्लेख कैसे होगा। आइन-ए-अकबरी कहती है कि 1526 में श्री हरि विष्णु मंदिर को तोड़कर ढांचा खड़ा किया गया है। इस गलती को स्वीकार किया जाना चाहिये। उन्हे खुद से दे देना चाहिये। ये देश मुस्लिम लीग की मानसिकता से नहीं चलेगा, भारत की आस्था के अनुरूप चलेगा। हमने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है। आइन-ए-अकबरी कहता है कि वर्ष 1528 में अयोध्या में रामजन्म भूमि पर भगवान रामलला के मंदिर को तोड़कर एक ढांचा खड़ा किया गया था। ये सारे काम मीरबाकी ने किये हैं। ये जो भी चीजें हुई हैं, उस पर अगर हिंदू आस्था आग्रह करती है, तो सुना जाना चाहिए। हरि विष्णु मंदिर के शास्त्रीय प्रमाण और आस्था के साक्ष्य मौजूद सीएम ने पूजा स्थल कानून के रिव्यू पर बोले, मुझे लगता है कि माननीय न्यायालय उसको देख रहा है और देखेगा भी। आस्था का जरूर सम्मान होगा। भारत एक आस्थावान देश है, ये महाकुम्भ का आयोजन उस आस्था का एक प्रतीक है, जहां पर देश और दुनिया का हर आस्थावान व्यक्ति बिना किसी भेदभाव के यहां पर आएगा। सीएम ने जामा मस्जिद मामले पर कहा कि दोनों तरह के साक्ष्य हैं- शास्त्रीय प्रमाण है और आस्था के साक्ष्य हैं। ये प्राप्त होते हैं, मुझे लगता है कि न्यायालय को हस्तक्षेप करने की नौबत न आए बल्कि इस्लाम के अनुयाइयों को बड़े सम्मानजनक ढंग से कहना चाहिए कि ये आपकी है। आप अपनी अमानत को संभालिए। संविधान का गला घोंटने वाले संविधान की प्रति लेकर लोगों को बना रहे थे बेवकूफ
सीएम योगी ने एक हैं तो नेक हैं, बटेंगे को कटेंगे के बयान पर बोला कि इतिहास को उठाकर एक बार आप झांकेंगे, तब इस बात को देखेंगे कि बंटे थे तो कटे थे, उन्होंने कहा कि अगर आप इतिहास की उस गलती से सबक सीखेंगे तो फिर कभी भी ऐसी नौबत नहीं आएगी कि कोई गुलामी की बेड़ियों के साथ हमें जकड़ पाएगा, ये नारा उन्हीं सब मुद्दों को ले करके था। सीएम ने इंडी गठबंधन द्वारा लोकसभा चुनाव में दुष्प्रचार पर कहा कि जिन लोगों ने स्वयं संविधान का गला घोंटा है, बाबा साहब ने जो मूल प्रति संविधान सभा में प्रस्तुत किया था और जिसे लागू किया गया था, उसमें कहीं भी सेक्यूलर और सोशलिस्ट शब्द नहीं हैं। ये शब्द तब डाला गया जब देश में आपातकाल लागू था। सीएम योगी ने कहा कि जिन लोगों ने लोकतंत्र का, संविधान का गला घोंटा था वे लोग संविधान की प्रति हाथों में लेकर लोगों को बेवकूफ बना रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की जनता इन लोगों को समझ गई है और इसीलिए आज सबक सिखा रही है।

वक्फ बोर्ड को भू-माफिया बोर्ड न बनाएं- योगी आदित्यनाथ...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा यूपी और बिहार के लोगों के फर्जी वोटर वाले बयान पर सीएम योगी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सीएम योगी ने कहा कि दिल्ली में जितना अधिकार अरविंद केजरीवाल का है उतना ही अन्य राज्यों से आए हुए लोगों का भी है। लोग दिल्ली की सुविधाओं और विकास में महत्तवूर्ण योगदान देते हैं। सीएम योगी शुक्रवार को प्रयागराज में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दूसरे राज्य के नागरिक को दिल्ली का मतदाता बनने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति दिल्ली में सरकार की भी किसी प्रकार की सेवा से जुड़ा है तो उसे मतदाता बनने का अधिकार है। इसके अलावा दिल्ली के निर्माण में लगे श्रमिक वर्ग हो या व्यवसायी हो, राजनेता हो या अन्य प्रोफेशनल सभी का दिल्ली पर उतना ही अधिकार है जितना अरविंद केजरीवाल का है। मतदाता बनाने काम चुनाव आयोग के हस्तक्षेप से होता है इसमें किसी सरकार का कोई रोल नहीं है। केजरीवाल ने संवैधानिक संस्था पर प्रश्न उठाया है। हजारों वर्षों की विरासत जुड़ी है कुम्भ की प्रचीन परंपरा- सीएम योगी महाकुम्भ के आयोजन की जमीन पर विवाद खड़ा करने वालों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा कि जिन्हें विकास पसंद नहीं वही लोग विवाद खड़ा कर रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि कुम्भ की परंपरा प्राचीन है, यह हजारों वर्षों की विरासत के साथ जुड़ी हुई है। हम किसी मत और मजहब के खिलाफ नहीं है, लेकिन अगर कोई 1400 वर्षों के इतिहास वाले इस्लाम को हजारों वर्षों की विरासत पर थोपने का प्रयास करेगा तो यह किसी को स्वीकार नहीं होगा। सीएम योगी ने कहा कि जिनको विकास पसंद नहीं है ऐसे लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ये भव्य आयोजन में व्यवधान पैदा करने की मानसिकता है। सीएम योगी ने कहा कि जो लोग कुम्भ के भू-भाग को वक्फ की भूमि बताकर इसे लेने का दावा कर रहे हैं, वह मानसिकता किसी पवित्र उद्देश्य से नहीं हो सकती। यह किसी अच्छे आयोजन में व्यवधान पैदा करने का कुत्सित प्रयास हो सकता है, यह कुदृष्टि किसी भू-माफिया की हो सकती है। इसलिए वक्फ बोर्ड को भू माफिया बोर्ड न बनाएं। सीएम योगी इशारों-इशारों में समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनके वक्त जमीनों पर कब्जे हुए इस विवाद के पीछे वही लोग हैं। इनके आकाओं का कहना ही है जो ‘प्लाट खाली है, वो प्लाट हमारी है’ ये नारा पहले भी लगते रहे हैं। लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं होंगे। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से आज प्रयागराज नए रूप में सभी के सामने है- योगी सीएम योगी ने कहा कि इस बार महाकुम्भ का आयोजन 10 हजार एकड़ जमीन पर हो रहा है। इसके अलावा 5 हजार एकड़ में अन्य पार्किंग की जगह आरक्षित की गई है। सीएम योगी ने कहा कि जब देश गुलाम था तब मुगलों और अंग्रेजों ने कुम्भ के आयोजन पर अनेक रोड़े अटकाने का प्रयास किए थे, वे यहां से वसूली करते थे। लेकिन आजादी के बाद भी कुम्भ को अच्छी सुविधा नहीं मिल पाई। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से आज यहां कुछ हो पा रहा है, यही नहीं प्रयागराज शहर भी आज नए रूप में हम सभी के सामने है। सीएम योगी ने कहा कि यहां कुम्भ का आयोजन पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ होगा। आस्था और आधुनिकता का एक महासमागम के रूप में कुम्भ देश और दुनिया के समाने सबसे बड़े आयोजन के रूप में सामने आएगी।

सीएम योगी ने परिवहन निगम की बसों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुम्भ नगर : महाकुम्भ की व्यवस्थाओं का जायजा लेने प्रयागराज पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की विशेष शटल बसों और अटल सेवा नाम से इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। महाकुम्भ में हिस्सा लेने आ रहे श्रद्धालुओं को परिवहन की बेहतर सुविधा देने के मकसद से नई बसों को परिवहन निगम के बेड़े में शामिल किया गया है। परेड क्षेत्र में 100 बसों को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दया शंकर सिंह, नन्द गोपाल नंदी और स्वतंत्र देव सिंह मौजूद रहे। बॉक्स मार्ग की सुंदरता देख अभिभूत हुए सीएम योगी, पैदल चलकर लिया अहसास प्रयागराज दौरा पूरा कर जब सीएम योगी वापस एयरपोर्ट लौट रहे थे तब अचानक वह गाड़ी से उतरकर रोड पर चलने लगे। उनको उतरता देखकर सभी मंत्री और अधिकारी भी गाड़ियों से उतरकर साथ हो लिए। सीएम योगी के चेहरे के भाव स्पष्ट इशारा कर रहे थे कि वह एयरपोर्ट मार्ग की सुंदरता से प्रभावित हैं। उन्होंने पैदल चलकर मार्ग का निरीक्षण किया और फिर मार्ग में लगे पौधों को भी निहारा। इस दौरान उनके साथ जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह मौजूद रहे।

Thursday, January 9, 2025

सीएम योगी ने सभी अखाड़ों के संतों के साथ किया भोजन, भेंट किए उपहार...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के पहले दिन साधु संतों के साथ रात्रि भोज किया और उन्हें उपहार भी भेंट किया। इस रात्रि भोज में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा के पूज्य संत उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री की ओर से आयोजित इस भोज के बाद सभी संतों को उपहार भी भेंट किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी संतों का भोज में सम्मिलित होने के लिए आभार भी जताया। इस अवसर पर सभी साधु संतों ने सीएम योगी को धन्यवाद दिया और महाकुम्भ के सकुशल और भव्य संपन्न होने की कामना की। प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित रेडियो ट्रेनिंग हॉल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आयोजित इस रात्रि भोज कार्यक्रम में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा समेत प्रयागवाल के कुल 20 साधु संत सम्मिलित हुए। इनमें  जूना, निरंजनी, उदासीन बड़ा, निर्मल,तीनों वैष्णव अखाड़े (निर्मोही, दिगंबर, निर्वाणी), अग्नि, आवाहन, अटल, आनंद, निरंजनी अखाड़े के पूज्य संत शामिल रहे। खाकचौक से महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) भी उपस्थित रहे। सीएम योगी के आग्रह पर आए इन साधु संतों को सात्विक भोजन परोसा गया। भोज में सम्मिलित संतों के अनुसार, निर्धारित  जिसमें मूंग और अरहर की दाल, चने का साग, पनीर की सब्जी, आलू-मेथी सोया, मलाई कोफ्ता, मटर निमोना एवं मूंग का हलवा था। भोज के बाद मुख्यमंत्री ने सभी साधु संतों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनका आभार जताया।

महाकुंभ में बने डिजिटल मीडिया सेंटर का मुख्यमंत्री ने फीता काटकर किया उद्घाटन...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुंभ नगर : आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज, महाकुंभ नगर में बने डिजिटल मीडिया सेंटर का फीता काटर उद्घाटन किया। यह डिजिटल मीडिया सेंटर महाकुम्भ के आयोजन में सूचना प्रसारण और प्रचार-प्रसार का महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।

महाकुंभ तैयारियों के दृष्टिगत NSG कमांडो ने मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुंभ नगर : कुम्भ 2025 की तैयारियों के दृष्टिगत पुलिस उपायुक्त नगर के निर्देशन में NSG कमांडो और प्रयागराज पुलिस द्वारा बालसन चौराहे, प्रयागराज में एक मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया। इस अभ्यास का उद्देश्य आतंकवादी घटना के दौरान बंधकों को सुरक्षित बचाने की प्रक्रिया का परीक्षण करना था। मॉक एक्सरसाइज के दौरान 25 बंधकों को छुड़ाने के लिए रणनीतिक तरीके से मॉक ड्रिल किया गया। इस अभ्यास में कमिश्नरेट प्रयागराज पुलिस, NSG कमांडो तथा एटीएस ने तालमेल के साथ अपनी कुशलता और तत्परता का प्रदर्शन किया, जिससे ऐसी किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। हम कुम्भ 2025 के लिए हर संभव सुरक्षा इंतजाम करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि सभी श्रद्धालु सुरक्षित तथा शांतिपूर्ण वातावरण में इस पवित्र आयोजन का हिस्सा बन सकें।

Wednesday, January 8, 2025

महाकुंभ में पीएसी जवानों ने ट्रेन के नीचे आई मेडिकल छात्रा की बचाई जान...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुंभ नगर :  5 जनवरी 2025, दिन रविवार को पीएसी आरक्षी गौरव यादव व आरक्षी रोहित कुमार यादव, 34वीं वाहिनी पीएसी वाराणसी की ड्यूटी महाकुंभ मेला जनपद प्रयागराज को सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-9 पर लगाई गई थी। प्रातः 0600 बजे कैंट रेलवे स्टेशन वाराणसी से लखनऊ तक चलने वाली शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस पर सवार होने हेतु महिला यात्री कु0 मैजबीन बानो पुत्री रिजवान अहमद निवासी गंगानगर, वाराणसी जो कि वाराणसी में ही मेडिकल की छात्रा है, ट्रेन पर चढ़ते समय पैर फिसलने के कारण ट्रेन के नीचे आ गई,  ड्यूटी में तैनात पीएसी जवान गौरव एवं रोहित द्वारा तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए हाथ पड़कर उक्त छात्रा को चलती ट्रेन के नीचे से बाहर खींच लिया गया जिससे छात्रा की जान बच गई। छात्रा के पिता रिजवान अहमद प्रत्यक्षदर्शी बने एवं पीएसी जवानों की तारीफ करते रहे। अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी  सुजीत कुमार पांडेय द्वारा उक्त जवानों के इस साहसिक कार्य की प्रसंशा करते हुए प्रशस्ति-पत्र एवं प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक पीएसी पूर्वी जोन डॉ0 राजीव नारायण मिश्र, आईपीएस द्वारा नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।

आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अखाड़ा क्षेत्र में मॉक ड्रील का हुआ अभ्यास...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुंभ नगर : महाकुम्भ-2025 के भव्य-सुरक्षित और सफल आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए थाना अखाड़ा महाकुम्भ मेला क्षेत्र में पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण आईपीएस के दिशा-निर्देशों पर आपातकालीन तैयारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रात्रि 02 बजे अखाड़ा क्षेत्र में मॉक ड्रील का आयोजन किया गया। मॉक ड्रील में विभिन्न आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अलार्म को सक्रिय करना, निकासी प्रक्रियाओं का अभ्यास करना, अग्नि सुरक्षा उपकरणों की कार्य क्षमता का प्रशिक्षण करना एवं मॉक ड्रील का प्रथम उद्देश्य था की व्यक्तियों को आपात स्थिति के दौरान तुरंत और सही तरीके से प्रक्रिया करने के लिए तैयार करना व मॉक ड्रील अभ्यास में व्यक्तियों को अग्नि सुरक्षा उपकरणों के उपयोग और फायर कर्मियों के बीच समन्वय  स्थापित करते हुए सुरक्षा/बचाव कैसे सुनिश्चित करना है, का मॉक ड्रील अभ्यास किया गया। इस दौरान मॉक ड्रील में पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं अन्य राजपत्रित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।


KHABREIN UTTAR RADESH KI NEWS PAPER

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