Friday, January 10, 2025

महाकुम्भ में श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा का छावनी प्रवेश, पुलिस सुरक्षा के बीच सकुशल हुआ संपन्न...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुंभ नगर : श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़े की पेशवाई महाकुम्भ पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुट्ठीगंज से प्रारंभ होकर चंद्रलोक चौराहा,साउथ मलाका सब्जी मंडी, विवेकानंद मार्ग, जॉनसेनगंज चौराहा, घंटाघर, आर्य कन्या चौराहा, तालाब नवलराय मार्ग के दाहिने नया यमुना ब्रिज को पार करके अप्रोच मार्ग से फोर्ड रोड चौराहा के रास्ते त्रिवेणी मार्ग मध्य पाण्टून पुल होते हुये अपने अखाड़ा शिविर में प्रवेश करके संपन्न हुआ। 13 अखाडो के साधु-संतों का महाकुम्भ की नगरी में प्रवेश प्रारम्भ हो गया है इस दौरान आज 11वे अखाड़े श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़े का छावनी प्रवेश कुम्भ की नगरी में राजसी ठाट के साथ हजारों साधु-संतों ने हाथी-घोड़े और रथो पर सवार होकर अपने इष्ट देव को साथ लेकर अस्त्र-शस्त्र से युद्ध कौशल का करतब दिखाते हुए आगे बढ़ा। छावनी प्रवेश में साधु-संतो को देखने के लिए जगह-जगह पर शहर के स्थानीय लोगों का व मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा, हाथी-घोड़े-रथो पर सवार साधु-संत-महात्माओं पर नगरवासियों एवं श्रद्धालुओ ने पुष्पो की वर्षा की। अखाड़े का छावनी प्रवेश के दौरान महाकुम्भ मेला क्षेत्र में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ अन्य राजपत्रित अधिकारियों के के द्वारा साधु-संत-महात्माओं पर पुष्पों की वर्षा करते हुए पुष्पमाला पहनाकर कुम्भनगरी में सबका स्वागत किया गया, इस दौरान साधु-संत-महात्माओं ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था से प्रसन्न होकर पुलिस के अधिकारियों को पुष्पों की माला भेंट करते हुए सराहना की। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ के दिशा-निर्देशों पर छावनी प्रवेश के दौरान प्रत्येक तिराहें/चौराहे पर पुलिस बल मुस्तैद रहा, अखाड़े की यात्रा/सुरक्षा व्यवस्था अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी झूसी व पुलिस के अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों के अथक प्रयास के फलस्वरूप अपने गंतव्य पहुंचकर सकुशल संपन्न हुआ।

सीएम योगी ने किया आकाशवाणी के एफएम चैनल 'कुम्भवाणी' का शुभारंभ...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को सर्किट हाउस में महाकुम्भ के अवसर पर प्रसार भारती के एफएम चैनल कुम्भवाणी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने एफएम चैनल के सफल होने की आकांक्षा व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा विश्वास है कि यह एफएम चैनल न सिर्फ लोकप्रियता की नई ऊंचाई हासिल करेगा, बल्कि महाकुम्भ को दूरदराज के उन गांवों तक भी ले जाएगा जहां लोग चाहकर भी यहां नहीं पहुंच पाते हैं। उन लोगों तक इन सुविधाओं के माध्यम से हम महाकुम्भ की हर जानकारी पहुंचाएंगे। सीएम योगी ने कहा कि दूर दराज में रहने वालों के लिए इस तरह का सजीव प्रसारण कर पाएंगे तो उनको भी सनातन गौरव के इस महासमागम को जानने, सुनने और आने वाली पीढ़ी को बताने का अवसर प्राप्त होगा। सीएम ने कुम्भवाणी चैनल शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना प्रसारण मंत्रालय व प्रसार भारती को भी धन्यवाद दिया। जहां कनेक्टिविटी के इश्यू वहां भी पहुंचेगा चैनल। सीएम योगी ने कहा कि वास्तव में लोक परंपरा और लोक संस्कृति को आम जन तक पहुंचाने के लिए हमारे पास जो सबसे पहले माध्यम था वो आकाशवाणी ही था। मुझे याद है कि बचपन में हम आकाशवाणी के माध्यम से उस समय प्रसारित होने वाले रामचरित मानस की पंक्तियों को बड़े ध्यान से सुना करते थे। समय के अनुरूप तकनीक ब़ढ़ी और लोगों ने विजुअल माध्यम से भी दूरदर्शन के माध्यम से सचित्र उन दृश्यों को देखना प्रारंभ किया। बाद में निजी क्षेत्र के भी कई चैनल आए, लेकिन समय की इस प्रतिस्पर्द्धा के अनुरूप खुद को तैयार करना और दूरदराज के क्षेत्रों में जहां पर कनेक्टिविटी के इश्यू होते हैं वहां पर  बहुत सारी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए प्रसार भारती के एफएम चैनल ने 2013, 2019 और अब 2025 में भी कुम्भवाणी के नाम पर इस विशेष एफएम चैनल को शुरू करने की कार्यवाही प्रारंभ की है। समाज को बांटने वाले देखें यहां पंथ, जाति, सम्प्रदाय का कोई भेद नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि सनातन गौरव और गर्व का एक महाआयोजन है, एक महासमागम है। जिसको सनातन धर्म के गौरव और गरिमा को देखना हो तो वो कुम्भ का दर्शन करे, यहां आकर अवलोकन करे। जो लोग एक संकीर्ण दृष्टि से सनातन धर्म को देखते हैं, साम्प्रदायिक मतभेद, भेदभाव या छुआछूत के नाम पर लोगों को बांटने का काम करते हैं उन लोगों को आकर देखना चाहिए कि यहां पर न पंथ का भेद है, न जाति का भेद है, न छुआछूत है, न कोई लिंग का भेद है। सभी पंथ और सम्प्रदाय एक साथ एक ही जगह स्नान करते हैं। सभी लोग एक जगह आकर आस्था की डुबकी लगाकर सनातन गर्व के संदेश को पूरे देश और दुनिया तक लेकर जाते हैं। यह एक आध्यात्मिक संदेश है। इस अवसर पर पूरी दुनिया यहां पर एक घोंसले के रूप में देखने को मिलती है। लोगों में सच्ची श्रद्धा का भाव जगाने में महत्वपूर्ण होगी भूमिका। सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के बहुत सारे लोगों का यहां पर आगमन शुरू हो चुका है। वो आस्था की डुबकी लगाकर आध्यात्म की गहराइयों को समझने का प्रयास करना चाहते हैं। यह अद्भुत क्षण है और इस अद्भुत क्षण को प्रसार भारती ने कुम्भवाणी के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। पूरे दिन भर के कुम्भ के कार्यक्रमों को न सिर्फ आंखों देखा हाल के माध्यम से बल्कि  महाकुम्भ के आयोजन के साथ जुड़े हुए हमारे धार्मिक उद्धरणों को भी दूर दराज के गांवों में प्रसारित करने का काम कुम्भवाणी करेगा। जब भी हम सनातन धर्म के इस गौरव को पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाएंगे तो यह मानकर चलिए कि आमजन के मन में इसके प्रति सच्ची श्रद्धा का भाव होगा।   उन्होंने कहा कि जब कोविड महामारी आई थी और लॉकडाउन प्रारंभ हुआ था तब जैसे ही दूरदर्शन ने रामायण सीरियल दिखाना प्रारंभ किया तो दूरदर्शन की टीआरपी बढ़ गई थी। आज तो एफएम चैनल युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय है। निश्चित रूप से इसका लाभ प्रसार भारती को प्राप्त होगा। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री डॉ एल मुरुगन ने सीएम योगी का आभार जताया। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक,जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, ओमप्रकाश राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रसार भारती बोर्ड के अध्यक्ष नवनीत सहगल उपस्थित रहे। बॉक्स 103.5 मेगाहर्ट्ज पर प्रसारित होगा एफएम चैनल। महाकुम्भ से जुड़ी सभी तरह की जानकारियों के लिए प्रसार भारती ने ओटीटी बेस्ड कुम्भवाणी एफएम चैनल की शुरुआत की है। यह चैनल 103.5 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी पर प्रसारित होगा। यह चैनल 10 जनवरी से 26 फरवरी तक ऑन एयर रहेगा। इसका प्रसारण प्रातः 5.55 बजे से रात्रि 10.05 तक इसका प्रसारण होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फीता काटकर किया 'मां की रसोई' का उद्गाटन...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज में स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित 'मां की रसोई' का उद्गाटन किया। मुख्यमंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए संस्थान की ओर से शुरू की गई इस सेवा पर प्रसन्नता जाहिर की और खाने की गुणवत्ता, स्वच्छता के साथ ही यहां दी जा रही सुविधाओं की भी सराहना की। यही नहीं उन्होंने थाली परोसकर सेवा भी की और मां की रसोई के किचन का भी अवलोकन किया। प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन सीएम योगी स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय पहुंचे, जहां उन्होंने फीता काटकर नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित मां की रसोई का शुभारंभ किया। शुभारंभ करने के बाद सीएम डाइनिंग रूम में भी पहुंचे, जहां लोगों को बैठाकर खाना खिलाने का प्रबंध किया गया है। यहां मुख्यमंत्री ने स्वयं अपने हाथों से थाली लगाकर वहां उपस्थित लोगों की सेवा की। इसके बाद औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी उन्हें लेकर सीधे किचन पहुंचे, जहां खाना तैयार किया जाता है। यहां उन्होंने खाने की गुणवत्ता से लेकर अन्य सभी प्रबंधों के विषय में सीएम योगी को जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने रसोई का निरीक्षण करते हुए वहां साफ-सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए सेवा भाव से शुरू की गई इस रसोई की सीएम योगी ने भूरि भूरि प्रशंसा की।  इस दौरान पूरे प्रांगण में जय श्री राम का उद्घोष भी होता रहा। 9 रुपए में मिलेगी थाली। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नंदी सेवा संस्थान द्वारा यह सेवा शुरू की गई है। इसमें मात्र ₹9 में लोगों को भरपेट भोजन मिलेगा। थाली में दाल, 4 रोटी, सब्जी, चावल, सलाद और मिठाई दी जाएगी। इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और  जगदगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) उपस्थित रहे।

भू माफिया को देर सवेर खाली करनी ही होगी जमीन- सीएम योगी...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर :उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज में पूर्व स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी कमला बहुगुणा की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि राजधानी लखनऊ में पूर्व सीएम हेमवती नंदन बहुगुणा की प्रतिमा का भी अनावरण करने का अवसर मिला और आज प्रयागराज में स्वतंत्रता सेनानी श्रद्धेय कमला बहुगुणा की प्रतिमा का भी अनावरण करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भू माफिया को भी निशाने पर लिया। सीएम योगी ने चेतावानी दी कि भू माफिया ने प्रयागराज में जो सैकड़ों एकड़ भूमि कब्जाई है, उसे खाली करना ही पड़ेगा। सीएम योगी ने प्रयागराज के भूमाफिया को निशाने पर लेते हुए कहा कि प्रयागराज में सैकड़ों एकड़ भूमि पर तमाम भूमाफिया ने कब्जा किया हुआ है। देर सवेर तो इसे खाली होना ही है। इससे पूर्व सीएम योगी के मंच पर चढ़ते जय श्री राम, हर हर महादेव, हर हर गंगा मैया, वंदे मातरम का भी उदघोष हुआ। कमला बहुगुणा के संघर्ष को किया याद।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पूर्व स्वतंत्रता सेनानी कमला बहुगुणा के संघर्ष को भी याद किया। सीएम योगी ने कहा, कमला बहुगुणा ने बचपन से ही ब्रिटिश शासन के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लिया। 8 साल की उम्र में ही उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ नारे लगाए, जिसके कारण उन्हें ब्रिटिश पुलिस ने प्रताड़ित भी किया। जब उन्होंने घर में अपनी मां से शिकायत की तो मां ने उन्हें और मजबूत किया। मां बोलीं कि यह देश की आजादी के लिए संघर्ष का हिस्सा है और हमें इस तरह पिटाई की आदत डालनी होगी। तभी अंग्रेजों से हम अपने देश को आजादी दिला पाएंगे। 1954 में ही बहुगुणा ने शिविर की शुरुआत की। सीएम योगी ने बताया कि 2019 के महाकुम्भ के दौरान एक शिविर में पहुंचे। वहां पता चला कि कमला बहुगुणा ने 1954 में ही एक शिविर की शुरुआत की थी, जो आज भी संचालित होता है। यहां खोया-पाया के साथ ही कई प्रकार से श्रद्धालुओं की मदद की जाती है। मुख्यमंत्री योगी ने बहुगुणा परिवार के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को सराहा। उन्होंने कहा, हेमवती नंदन बहुगुणा ने मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के पद पर रहते हुए भी कभी भौतिक संपत्ति की चाह नहीं की। वे यहीं प्रयाग में किराए के मकान में रहते थे, जबकि वे आसपास के सभी घर खरीद सकते थे। उनकी यही विशेषता बहुगुणा परिवार को यादगार बनाए रखेगी। जो भाव अयोध्या के लिए, वही भाव लोगों के अंतर्मन में आज महाकुम्भ के लिए। सीएम योगी ने महाकुम्भ के आयोजन के महत्व पर भी जोर दिया। सीएम ने कहा कि लोगों के अंतर्मन में जो भाव अयोध्या के लिए था, वही भाव आज महाकुम्भ के लिए भी है। सीएम योगी ने कहा कि प्रयाग एक पवित्र स्थान है, जहां न केवल मनुष्य, बल्कि पवित्र आत्माएं भी पहुंचती हैं। यही कारण है कि स्वच्छ प्रयाग की कल्पना को साकार करने की दिशा में युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ के आयोजन के लिए सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने भी कार्यक्रम के दौरान संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वे विदेश में थे। वहीं पर महाकुम्भ के जरिए यूपी की बदलती तस्वीर की खबरें आने लगीं। उन्होंने कहा कि यूपी के विकास की खबरें देश दुनिया में पहुंच रही हैं। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह उपस्थित रहे। पूर्व सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने मंच का संचालन किया।

सीएम योगी ने सेक्टर-7 में निर्मित उत्तर प्रदेश दर्शन मंडपम का किया उद्घाटन...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाकुम्भ क्षेत्र में बनकर तैयार हुए यूपी स्टेट पवेलियन (उत्तर प्रदेश दर्शन मंडपम) का उद्घाटन किया। उन्होंने यूपी स्टेट पवेलियन को महाकुम्भ आने वाले देश और दुनिया के श्रद्धालुओं को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह यूपी स्टेट पवेलियन श्रद्धालुओं के लिए प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता को जानने और समझने का केंद्र बनेगा। यूपी स्टेट पवेलियन पहुंचने पर प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने सीएम योगी को पर्यटन सर्किट पर आधारित प्रदर्शनी स्थल को दिखाया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सेल्फी प्वॉइंट पर फोटो शूट भी कराया। इसके बाद उन्होंने यहां लोगों के आवागमन के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान बैकग्राउंड में पर्यटन विभाग का महाकुम्भ थीम सांग एक में अनेक हैं...भी बजता रहा। अलग-अलग हिस्सों में लगाई गई पर्यटन सर्किट पर आधारित प्रदर्शनी। उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा महाकुम्भ के सेक्टर 7 में पांच एकड़ क्षेत्रफल में तैयार किए गए दर्शन मंडपम में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों के पर्यटन सर्किट पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त एक जिला एक उत्पाद, उत्तर प्रदेश ग्रामीण पर्यटन परियोजना और रेशम विभाग के स्टाल लगाए गए हैं। दर्शन मंडपम में उत्तर प्रदेश के व्यंजन, भारत के व्यंजन और ऑर्गेनिक व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए गए हैं। मुख्य मंडप में धार्मिक स्थलों की भव्य झांकी लगाई गई है। दिख रही प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता। पर्यटन से संबंधित गैलरी में रामायण सर्किट, कृष्ण-ब्रज सर्किट, महाभारत सर्किट, बुंदेलखंड सर्किट, शक्तिपीठ सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, सूफी कबीर सर्किट, बुद्धिस्ट सर्किट, जैन सर्किट, वाइल्ड लाइफ एवं ईको टूरिज्म सर्किट, क्राफ्ट सर्किट एवं स्वतंत्रता संग्राम सर्किट के माध्यम से उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटन महत्व से जुड़े स्थलों को प्रदर्शित किया गया है। इन 12 सर्किट में उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता की तस्वीर देखने को मिलती है।
व्यंजनों पर आधारित गैलरी का भी किया गया निर्माण।
खानपान से जुड़ी तीन तरह की गैलरियां तैयार की गई हैं। उत्तर प्रदेश के व्यंजनों पर आधारित गैलरी, भारत के व्यंजनों पर आधारित गैलरी और ऑर्गेनिक खानपान पर आधारित गैलरी में खानपान के बहुरंगी स्टाल लगाए गए हैं। यहां ओडीओपी और रेशम के उत्पादों के साथ ही ग्रामीण पर्यटन से जुड़ी गैलरियां तैयार की गई हैं और सभी के स्टाल लगाए गए हैं। उत्तर प्रदेश दर्शन मंडपम में बेहतरीन सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जो आगंतुकों को आकर्षित कर रहे हैं।

किसी भी विवादित ढांचे को मस्जिद बोलने से बचें, ये इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ: सीएम योगी...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुंभ नगर : किसी भी विवादित ढांचे को मस्जिद नहीं बोलना चाहिये। हम जिस दिन मस्जिद बोलना बंद कर देंगे तो उस दिन लोग जाना भी बंद कर देंगे। यह इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ भी है कि किसी की भी आस्था को ठेस पहुंचाकर, वहां मस्जिद नुमा ढांचा खड़ा कर दिया हो। ऐसे स्थान पर किसी भी प्रकार की होने वाली इबादत खुदा को भी मंजूर नहीं होती है। जब खुदा को मंजूर नहीं होती है तो बेकार में वहां क्यों इबादत की जाए। वहीं इस्लाम में उपासना के लिए एक स्ट्रक्चर खड़ा हो, यह आवश्यक नहीं है जबकि यह सनातन धर्म में है। सनातनी उपासना के लिए मंदिर जाएगा, इस्लाम के लिए नहीं है। ऐसे में हमे किसी भी ढांचे को मस्जिद बोलने की जिद्​द नहीं करनी चाहिये। यह समय एक नये भारत के बारे में सोचना के साथ आगे बढ़ने का है। हमे इस ओर ध्यान देना चाहिये। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में ऐरावत घाट पर एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कही। वर्ष 2013 में मां गंगा की गंदगी देख मॉरिशस के तत्कालीन पीएम के छलक आए थे आंसू।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक वर्ष पहले अयोध्या में 500 वर्षों का इंतजार समाप्त करके रामलला का विराजमान होना और 144 वर्षों बाद इस तरह के मुहूर्त में महाकुंभ का होना, ये ईश्वर की कृपा है। सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ में पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों के साथ दक्षिण भारत के राज्यों से संतों का आगमन नहीं हो पाता था। वहीं इस बार महाकुंभ में एक भारत, श्रेष्ठ भारत की तस्वीर देखने को मिलेगी। यहां हर जगह से संतों और श्रद्धालुओं की मौजूदगी होगी। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी अगले 45 दिनों में प्रयागराज की त्रिवेणी में डुबकी लगाएगी। सीएम योगी ने विपक्ष के वार पर पलटवार करते हुए कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि बीजेपी ने खुद को महाकुम्भ के आयोजन से जोड़ा है। इस आस्था को नई ऊंचाई देने से किसने रोका था। 2017 के पहले यही आयोजन गंदगी का पर्याय बनता था और अव्यवस्था होती थी। 2013 के महाकुंभ में क्या स्थिति थी। उन्होंने कहा कि मॉरिशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्नान करने आए थे और अव्यवस्था गंदगी देख आंखों से आंसू बहाकर दुखी मन से कहा था कि क्या यही गंगा है और वापस चले गये थे। वर्ष-25 का महाकुम्भ सुव्यवस्था, आस्था और आधुनिकता के महासमागम के रूप में जाना जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि मॉरिशस के लोगों ने मां गंगा की स्मृति को गंगा तालाब के जरिये संजोकर रखा है। उन्होंने मॉरिशस के प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि हमने उनसे संगम में डुबकी लगाने का आग्रह किया था। वह हमारा आग्रह स्वीकार कर प्रयागराज पहुंचे और 450 लोगों के साथ डुबकी भी लगाई। साथ ही काफी खुश हुए। सीएम ने कहा कि 2019 का कुंभ स्वच्छता के लिए जाना जाता है। 2025 का महाकुंभ सुव्यवस्था, आस्था और आधुनिकता के महासमागम के रूप में जाना जाएगा। बीजेपी की डबल इंजन सरकार इस आयोजन को भव्य-दिव्य तरीके से संपन्न कराने के लिए तैयारी कर रही है। साथ ही आस्था का सम्मान देते हुए मूर्त रूप दे रही है। कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का ले रखा है ठेका, मैंने यहां स्नान किया और आचमन किया, लेकिन बीमार नहीं पड़ा। सीएम योगी ने संगम पर नदी के पानी में प्रदूषण पर बोले कि मैंने भी कुछ ऐसे बयान पढ़े थे और मैं यहां पर कई बार आया हूं। संगम के तट पर आकर जल को देखा है, जल की मात्रा को देखा है। जल से स्नान भी किया और उसका आचमन भी किया है। मेरा तो स्वास्थ्य खराब नहीं हुआ। कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का एक ठेका ले रखा है। वहीं इससे पहले क्या था, इस पर कुछ नहीं कह सकता। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में संगम में इतना व्यापक पैमाने पर जल की राशि देखने को नहीं मिली रही होगी। मौजूदा वक्त में 10 हजार तीन सौ से ज्यादा क्यूसेक पानी केवल गंगा और यमुना में है। यह इतना पवित्र है कि आप वहां स्नान भी कर सकते हैं और बिना किसी संकोच के आचमन भी कर सकते हैं। मैं खुद करता हूं। यह मेरी आस्था भी है। प्रयागराज जिस कार्य का हकदार, उसे प्राप्त होना चाहिये। सीएम योगी ने वक्फ की जमीन पर महाकुम्भ के आयोजन पर कहा कि हम जानते थे कि प्रयागराज जिस कार्य का हकदार था, उसको प्राप्त होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी बार-बार यही निर्देश रहा है कि हमारे पावन तीर्थों को उसका अधिकार मिलना चाहिए। 2024 में देश और दुनिया की हर निगाह अयोध्या के लिए लगी थी, हर व्यक्ति के कदम बढ़ रहे थे। ये आहट मुझे दिसंबर 2023 से ही सुनाई दे रही थी कि जब महाकुम्भ होगा, तो दुनिया भर से क्वेरीज आनी शुरू हुई थी कि क्या है वहां की कनेक्टिविटी की व्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर। ऐसे में वर्ष 2019 से ही लेकर हम सभी सहमत थे कि हमे उनके हिसाब से व्यवस्था देनी है। इसे ही ध्यान में रखते हुए  दस हजार एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में आयोजन किया जा रहा है है, जिसमें महाकुम्भ के लिए पंडाल लगे हैं। ये विस्तृत भू-भाग है। पांच हजार एकड़ से ज्यादा भू-भाग ऐसा है, जहां पर पार्किंग की व्यवस्था अलग से दी गई है। वक्फ बोर्ड नहीं भूमाफियाओं का है बोर्ड, ये कुम्भ की भूमि है और कुम्भ के लिए रहेगी हमेशा उपलब्ध। प्रयागराज की इस धरती पर हजारों वर्ष से कुम्भ का आयोजन होता आ रहा है। इसके बाद भी उसको कोई वक्फ बोर्ड की लैंड बोल दे तो बस यही कहना है कि ये वक्फ बोर्ड है या भूमाफियाओं का बोर्ड है। इस तरह की दुष्प्रवृत्ति पर रोक लगनी ही चाहिए और हम रोक लगाएंगे। सीएम योगी ने कहा कि हमने कुछ संशोधन यहां पर किए हैं कि कोई भी जमीन जिस पर वक्फ ने कब्जा किया है या दावा किया है, 1363 फसली की उसके पूरे रिकॉर्ड को चेक किया जाए। कहीं भी वक्फ शब्द आता है तो पहले उसे देखो की जमीन किसके नाम पर थी और फिर उसको हम वापस दिलाने का काम कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि कहीं भी, किसी भी ऐसी जमीन पर जो सार्वजनिक उपयोग में होगी। हिंदू आस्था से जुड़े पवित्र स्थलों की जमीन होगी या सरकार की होगी, यहां पर इस प्रकार के किसी भी भूमाफिया बोर्ड को कब्जा नहीं करने देंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये कुम्भ की भूमि है और आने वाले साधु-संतों को कुम्भ के आयोजन के लिए इसी प्रकार से उपलब्ध होती रहेगी। दुनियाभर से आस्थावान लोग प्रयागराज के महाकुंभ में आ रहे हैं और अगर कोई उनकी आस्था और श्रद्धा को ठेस पहुंचाने के लिए ये कहता है कि साहब यह तो वक्फ की जमीन है। उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि हजारों वर्षों की भारत की विरासत का प्रतीक आयोजन यहीं पर होता आया है। डिजिटल महाकुम्भ के रूप में जाना जाएगा इस बार का महाकुम्भ सीएम ने कहा कि ये दुनिया का सबसे बड़ा एक अस्थायी शहर है और कम से कम 40 करोड़ लोग यहां आने वाले हैं। यहाां लोग देखें कि एक भारत कैसे एक जगह पर आ करके श्रेष्ठ भारत के तौर पर जाति-मत से ऊपर उठ करके संगम में एक साथ डुबकी लगाएंगे। सीएम ने कहा कि इस बाद का महाकुम्भ डिजिटल महाकुम्भ के रूप में जाना जाएगा। इस कुम्भ के जरिये आस्था को आधुनिकता से जोड़ा है। एप के जरिये महाकुम्भ से संबंधित सभी जानकारी को श्रद्धालु देख सकेंगे। डिजिटल महाकुम्भ के एप पर सभी जानकारियां दी गयी हैं। इससे श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी। जो परंपरागत रूप से संगम में स्नान को आएंगे, उनका स्वागत है, वहीं जो कहेंगे ये भूमि हमारी है, उनकी होगी डेंटिंग-पेंटिंग सीएम ने महाकुम्भ में मुस्लिमों की एंट्री पर कहा कि जिनके मन में भारत और भारतीयता के प्रति, भारत की सनातन परंपरा के प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव है, वो यहां पर आएं, लेकिन अगर कोई कुत्सित मानसिकता के साथ यहां आता है तो मुझे लगता है कि उसकी भावनाओं को भी अच्छा नहीं लगेगा और उसके साथ अन्य तरीके से भी व्यवहार हो सकता है। इसलिए वैसे लोग न भी आएं तो अच्छा है, लेकिन श्रद्धा के साथ आने वाला हर व्यक्ति प्रयागराज आए। बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिन्होंने किसी कालकंड में किसी दबाव में आकर उनके पूर्वजों ने उपासना विधि के रूप में इस्लाम स्वीकार किया था, लेकिन वे भारत की परंपरा पर आज भी गौरव की अनुभूति करते हैं। अपने गौत्र को भारत के ऋषियों के नाम से जोड़कर देखते हैं। पर्व और त्योहारों में उनकी भागेदारी उसी रूप में होती है। वो लोग अगर परंपरागत रूप से संगम में स्नान करने के लिए आते हैं तो कोई बुराई नहीं है। उनका स्वागत है। वो लोग आएं। कहीं कोई समस्या नहीं, लेकिन अगर कोई ये कहने आएगा कि ये भूमि हमारी है और हम लोग इस पर कब्जा करेंगे। मुझे लगता है कि उनको डेंटिंग-पेंटिंग का सामना करना पड़ सकता है। आइन-ए-अकबरी में भी है संभल में श्री हरि विष्णु मंदिर तोड़ने का जिक्र
सीएम ने संभल की जामा मस्जिद पर कहा कि कुछ लोगाें संभल जिले से अधिक की जमीन को वक्फ बोर्ड की जमीन बतायी है जबकि संभल में इतनी जमीन ही नहीं है। हमारे पुराणों में पांच हजार वर्ष पहले से ही उल्लेख है कि संभल में हरि विष्णु का दसवां अवतार कलकी के रूप में होगा। संभल में आज जो भी देखने को मिल रहा है, वह सभी सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है। सीएम ने कहा कि 5 हजार वर्ष पहले धरती पर इस्लाम नहीं था। उस समय केवल सनातन धर्म ही था। उस समय जब इस्लाम था ही नहीं तो जामा मस्जिद का उल्लेख कैसे होगा। आइन-ए-अकबरी कहती है कि 1526 में श्री हरि विष्णु मंदिर को तोड़कर ढांचा खड़ा किया गया है। इस गलती को स्वीकार किया जाना चाहिये। उन्हे खुद से दे देना चाहिये। ये देश मुस्लिम लीग की मानसिकता से नहीं चलेगा, भारत की आस्था के अनुरूप चलेगा। हमने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है। आइन-ए-अकबरी कहता है कि वर्ष 1528 में अयोध्या में रामजन्म भूमि पर भगवान रामलला के मंदिर को तोड़कर एक ढांचा खड़ा किया गया था। ये सारे काम मीरबाकी ने किये हैं। ये जो भी चीजें हुई हैं, उस पर अगर हिंदू आस्था आग्रह करती है, तो सुना जाना चाहिए। हरि विष्णु मंदिर के शास्त्रीय प्रमाण और आस्था के साक्ष्य मौजूद सीएम ने पूजा स्थल कानून के रिव्यू पर बोले, मुझे लगता है कि माननीय न्यायालय उसको देख रहा है और देखेगा भी। आस्था का जरूर सम्मान होगा। भारत एक आस्थावान देश है, ये महाकुम्भ का आयोजन उस आस्था का एक प्रतीक है, जहां पर देश और दुनिया का हर आस्थावान व्यक्ति बिना किसी भेदभाव के यहां पर आएगा। सीएम ने जामा मस्जिद मामले पर कहा कि दोनों तरह के साक्ष्य हैं- शास्त्रीय प्रमाण है और आस्था के साक्ष्य हैं। ये प्राप्त होते हैं, मुझे लगता है कि न्यायालय को हस्तक्षेप करने की नौबत न आए बल्कि इस्लाम के अनुयाइयों को बड़े सम्मानजनक ढंग से कहना चाहिए कि ये आपकी है। आप अपनी अमानत को संभालिए। संविधान का गला घोंटने वाले संविधान की प्रति लेकर लोगों को बना रहे थे बेवकूफ
सीएम योगी ने एक हैं तो नेक हैं, बटेंगे को कटेंगे के बयान पर बोला कि इतिहास को उठाकर एक बार आप झांकेंगे, तब इस बात को देखेंगे कि बंटे थे तो कटे थे, उन्होंने कहा कि अगर आप इतिहास की उस गलती से सबक सीखेंगे तो फिर कभी भी ऐसी नौबत नहीं आएगी कि कोई गुलामी की बेड़ियों के साथ हमें जकड़ पाएगा, ये नारा उन्हीं सब मुद्दों को ले करके था। सीएम ने इंडी गठबंधन द्वारा लोकसभा चुनाव में दुष्प्रचार पर कहा कि जिन लोगों ने स्वयं संविधान का गला घोंटा है, बाबा साहब ने जो मूल प्रति संविधान सभा में प्रस्तुत किया था और जिसे लागू किया गया था, उसमें कहीं भी सेक्यूलर और सोशलिस्ट शब्द नहीं हैं। ये शब्द तब डाला गया जब देश में आपातकाल लागू था। सीएम योगी ने कहा कि जिन लोगों ने लोकतंत्र का, संविधान का गला घोंटा था वे लोग संविधान की प्रति हाथों में लेकर लोगों को बेवकूफ बना रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की जनता इन लोगों को समझ गई है और इसीलिए आज सबक सिखा रही है।

वक्फ बोर्ड को भू-माफिया बोर्ड न बनाएं- योगी आदित्यनाथ...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा यूपी और बिहार के लोगों के फर्जी वोटर वाले बयान पर सीएम योगी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सीएम योगी ने कहा कि दिल्ली में जितना अधिकार अरविंद केजरीवाल का है उतना ही अन्य राज्यों से आए हुए लोगों का भी है। लोग दिल्ली की सुविधाओं और विकास में महत्तवूर्ण योगदान देते हैं। सीएम योगी शुक्रवार को प्रयागराज में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दूसरे राज्य के नागरिक को दिल्ली का मतदाता बनने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति दिल्ली में सरकार की भी किसी प्रकार की सेवा से जुड़ा है तो उसे मतदाता बनने का अधिकार है। इसके अलावा दिल्ली के निर्माण में लगे श्रमिक वर्ग हो या व्यवसायी हो, राजनेता हो या अन्य प्रोफेशनल सभी का दिल्ली पर उतना ही अधिकार है जितना अरविंद केजरीवाल का है। मतदाता बनाने काम चुनाव आयोग के हस्तक्षेप से होता है इसमें किसी सरकार का कोई रोल नहीं है। केजरीवाल ने संवैधानिक संस्था पर प्रश्न उठाया है। हजारों वर्षों की विरासत जुड़ी है कुम्भ की प्रचीन परंपरा- सीएम योगी महाकुम्भ के आयोजन की जमीन पर विवाद खड़ा करने वालों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा कि जिन्हें विकास पसंद नहीं वही लोग विवाद खड़ा कर रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि कुम्भ की परंपरा प्राचीन है, यह हजारों वर्षों की विरासत के साथ जुड़ी हुई है। हम किसी मत और मजहब के खिलाफ नहीं है, लेकिन अगर कोई 1400 वर्षों के इतिहास वाले इस्लाम को हजारों वर्षों की विरासत पर थोपने का प्रयास करेगा तो यह किसी को स्वीकार नहीं होगा। सीएम योगी ने कहा कि जिनको विकास पसंद नहीं है ऐसे लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ये भव्य आयोजन में व्यवधान पैदा करने की मानसिकता है। सीएम योगी ने कहा कि जो लोग कुम्भ के भू-भाग को वक्फ की भूमि बताकर इसे लेने का दावा कर रहे हैं, वह मानसिकता किसी पवित्र उद्देश्य से नहीं हो सकती। यह किसी अच्छे आयोजन में व्यवधान पैदा करने का कुत्सित प्रयास हो सकता है, यह कुदृष्टि किसी भू-माफिया की हो सकती है। इसलिए वक्फ बोर्ड को भू माफिया बोर्ड न बनाएं। सीएम योगी इशारों-इशारों में समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनके वक्त जमीनों पर कब्जे हुए इस विवाद के पीछे वही लोग हैं। इनके आकाओं का कहना ही है जो ‘प्लाट खाली है, वो प्लाट हमारी है’ ये नारा पहले भी लगते रहे हैं। लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं होंगे। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से आज प्रयागराज नए रूप में सभी के सामने है- योगी सीएम योगी ने कहा कि इस बार महाकुम्भ का आयोजन 10 हजार एकड़ जमीन पर हो रहा है। इसके अलावा 5 हजार एकड़ में अन्य पार्किंग की जगह आरक्षित की गई है। सीएम योगी ने कहा कि जब देश गुलाम था तब मुगलों और अंग्रेजों ने कुम्भ के आयोजन पर अनेक रोड़े अटकाने का प्रयास किए थे, वे यहां से वसूली करते थे। लेकिन आजादी के बाद भी कुम्भ को अच्छी सुविधा नहीं मिल पाई। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से आज यहां कुछ हो पा रहा है, यही नहीं प्रयागराज शहर भी आज नए रूप में हम सभी के सामने है। सीएम योगी ने कहा कि यहां कुम्भ का आयोजन पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ होगा। आस्था और आधुनिकता का एक महासमागम के रूप में कुम्भ देश और दुनिया के समाने सबसे बड़े आयोजन के रूप में सामने आएगी।

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