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Sunday, March 2, 2025

महाकुम्भ मेला में पीएसी बाढ़ राहत दल द्वारा किए गये सराहनीय कार्य- आईपीएस अधिकारी डा० राजीव नारायण मिश्र...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुम्भ नगर : पीएसी बल महाकुंभ मेला में सहयोग, समर्पण, सतर्कता के साथ श्र‌द्धालुओं की मदद करने में अग्रणी रहा। पीएसी के 11 बाढ़ राहत दलों द्वारा महाकुंभ मेला में 150 से अधिक डूबते हुए श्रद्धालुओं को अपनी जान की परवाह किए बगैर पानी के तेज बहाव से बचा कर सुरक्षित लाया गया। दिनांक 09/01/2025 को रात्रि लगभग 2100 बजे गंगा नदी के बीच में एक नाव पलट गयी जिसे पकड़कर 6 लोग (राकेश पुत्र महादेव उम्र 45 वर्ष, सोनकली उम्र 59 वर्ष, कलावती उम्र 57 वर्ष, कामिनी उम्र 10 वर्ष, शिवानी उम्र 9 वर्ष तथा दीपक उम्र 6 वर्ष निवासी बरौहुला थाना लालापुर जनपद प्रयागराज) पानी में बहने से बचने का प्रयास कर रहे थे। 12वीं वाहिनी फतेहपुर बाढ़ राहत दल के आरक्षी ओमपाल, विजय सिंह व पाली प्रभारी पीसी जयभ मिश्रा के साथ तुरन्त अतिरिक्त मोटर वोट लेकर घटनास्थल पर पहुँचे और तत्काल उन्हें पानी से सकुशल निकालकर नाव में बैठाकर बाहर सेल्फी पॉइंट पर लाया गया। दिनांक 11/01/2025 को स्नान क्षेत्र फाफामऊ पर शालिनी उम्र 32 वर्ष, पुत्र आयुष्मान सिंह 13 वर्ष व पुत्री अवनि उम्र 8 वर्ष निवासी दिल्ली से महाकुंभ स्नान करने आई थी। अचानक 8 वर्षीय अवनि पुल से गंगा में गिर गयी, जिसको बचाने के लिये माँ शालिनी व पुत्र आयुष्मान गंगा में कूद गये और बहने लगे। मौके पर डियूटी में तैनात 23वीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद बाढ़ राहत दल के मु०आ० जितेन्द्र सिंह राणा, आरक्षी आकिल अंसारी व आरक्षी कृष्ण कुमार द्वारा गंगा में तुरन्त कूदकर माँ व बच्चों को सकुशल बाहर निकाला। दिनांक 20/01/2025 को हर्ष मिश्रा उम 25 साल S/O राकेश मिश्रा पता ग्राम जेठवर जिला प्रतापगढ़ संगम नदी में आत्महत्या के प्रयास से पुल न० 26 से संगम में कूद गया। पुल न०26 संगम स्नान क्षेत्र झूसी साइड पर ड्यूटी में लगे 34 वीं वाहिनी पीएसी भुल्लनपुर वाराणसी बाढ़ राहत दल के आरक्षी मनीष कुशवाहा, धनंजय सिंह यादव, अनिल कुशवाहा, शुभम कुमार के द्वारा तुरन्त गंगा नदी में कूदकर जान की परवाह किये बगैर डूबते लड़के को बचा लिया। दिनांक 20/01/2025 को पक्का घाट अरैल से एक नाव पर सवार शारदा मोती, सुमित्रा रामनाथ नाइक, फूलबाई, गुलाब सिंह, गोरेलाल, रामकिशोर (महाराष्ट्र) व हर्षित सिंह, संजय सिंह (संतकबीर नगर) तथा दो नाविक से भरी एक नाव का अचानक चापू टूटने के कारण नाव असंतुलित हो गयी, तथा धारा में बहनें लगी और डूबने लगी जिससे यात्री भयभीत होकर चिल्लाने लगे। सूचना मिलने पर तत्काल ड्यूटी में उपस्थित 36वीं वाहिनी पीएसी वाराणसी बाढ़ राहत दल के आरक्षी शिव शंकर प्रजापति, आशीष, ज्योतिष कश्यप द्वारा अत्यंत सूझ बूझ का परिचय देते हुए और अपने प्राणों की बाजी लगा कर न केवल सकुशल सभी यात्रियों को अपने नाव के जरिये बारी बारी बचाया गया बल्कि नाविकों की भी मदद की गयी। दिनांक 23/01/2025 को यमुना नदी में किला घाट के नजदीक स्नानार्थियों से भरी एक प्राइवेट नाव का अचानक चापू टूटने के कारण नाव असंतुलित हो गयी, तथा धारा मे बहनें लगी और डूबने लगी जिससे यात्री भयभीत होकर चिल्लाने लगे। ड्यूटी पर तैनात चतुर्थ वाहिनी पीएसी प्रयागराज बाढ़ राहत दल के मुख्य आरक्षी अमृतलाल, आरक्षी राजन कुमार प्रजापति, संजय सिंह यादव के द्वारा जान की परवाह किये बैगर नाव पर बैठे स्नानार्थियों को सकुशल बचाया गया तथा प्राथमिक उपचार दिया गया। दिनांक 29/01/2025 महाकुंभ मेला में पीपा पुल 12 से लेकर पीपा पुल 19 के बीच एक नागा बाबा जो पानी के अंदर लगी जेटी के उस पार स्नान करने के लिए जेटी से कूद गए और गहरे पानी में चले गये जिससे तेज बहाव में बहकर डूबने लगे। ड्यूटी में मौजूद 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ बाढ़ राहत दल के आरक्षी शिवांत, विक्रम सिंह, सचिन यादव रोहित कुमार वर्मा द्वारा अदम्य साहस का परिचय देते हुए नदी में छलांग लगा कर उक्त नागा साधु को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। दिनांक 11/02/2025 महाकुंभ मेला में आई दुर्गा देवी निवासी सासाराम बिहार से जो कुंभ में स्नान करने के बाद बेहोशी की हालत में मिली। पूल संख्या 9 व 10 पर ड्यूटी में तैनात 37वीं वाहिनी पीएसी कानपुर नगर बाढ़ राहत दल के आरक्षी रवि कुमार व नीरज कुमार के द्वारा सीपीआर देकर उनकी जान बचाई।

पीएसी जीआरपी ने महाकुम्भ मेला में किए गये सराहनीय कार्य- प्रा० आईजी राजीव नारायण मिश्र...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुम्भ नगर : पीएसी बल महाकुंभ मेला में सहयोग, समर्पण, सतर्कता के साथ श्र‌द्धालुओं की मदद करने में अग्रणी रहा। पीएसी के जवानों द्वारा महाकुंभ मेला में जीआरपी ड्यूटी सम्पादित करते हुए कानपुर, वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज समेत विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण तथा यातायात संचालन में प्रमुख भूमिका निभाई गई तथा दिव्यांगो, महिलाओं व बुजुर्गों की ट्रेन में चढ़ने के दौरान पैर फिसलने, अचानक हार्ट अटैक आने पर सीपीआर देकर जान बचाई गई।दिनांक 01/02/2025 जीआरपी ड्यूटी कैंट वाराणसी में एक बुजुर्ग महिला जिसका पैर ट्रेन नंबर 15159 सारनाथ एक्सप्रेस पर चढ़ते समय फिसल गया जिससे महिला प्लेटफार्म और ट्रेन के अन्दर चली गई। ड्यूटी में मौजूद 34वी वाहिनी पीएसी भुल्लनपुर वाराणसी "डी दल" के आरक्षी सत्येन्द्र यादव व आरक्षी अभिषेक मौर्य द्वारा तुरन्त ट्रेन को रुकवाकर महिला को बाहर निकाला तथा महिला को उनके परिवार को सुपुर्द किया गया। दिनांक 25/01/25 को महाकुम्भ में आए दिव्यांग श्र‌द्धालु जो कि रास्ता भटक गए थे, ड्यूटी में मौजूद 09 वी वाहिनी पीएसी मुरादाबाद डी दल के आरक्षी अजीत द्वारा उनका गंतव्य स्थान पता कर उन्हे प्रयाग संगम रेलवे स्टेशन से होते हुए प्रयाग संगम को जाने वाली ट्रेन में चढ़ाया गया और सीट पर सकुशल बैठाया गया।दिनांक 04/02/2025 महाकुंभ मेला में आ रहे दिव्यांग श्र‌द्धालु सत्येन्द्र पासवान निवासी सिंदूरिया थाना बारून जिला औरंगाबाद, बिहार से रामबाग रेलवे स्टेशन प्रयागराज प्लेटफॉर्म नं 01 पर आई ट्रेन विभूति एक्स्प्रेस से उतरते वक़्त नीचे गिर गए थे। ड्यूटी पर मौजूद 24वीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद 'ए' दल के आरक्षी कपिल कुमार, मुकुल राजपूत के द्वारा व्हील चेयर पर बैठा कर स्टेशन प्रांगण से बाहर ई रिक्शा में बैठा कर सकुशल उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद की।दिनांक 10/02/2025 को कानपुर सेंट्रल रेलवे पर अनिल कुमार निवासी गाधीनगर नौबस्ता को अचानक हार्ट अटैक आ गया। ड्यूटी पर तैनात 10वीं वाहिनी पीएसी बाराबंकी "आई" दल के आरक्षी रामबरन मौर्य, आशीष वर्मा, रूपेश यादव, ओम प्रकाश यादव के द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए सीपीआर दिया जिससे अनिल को 15-20 मिनट में होश आ गया तथा उनके परिवार को सुपुर्द किया गया।

पीएसी बल महाकुम्भ मेला में सतर्कता के साथ श्रृद्धालुओं की मदद में रही अहम भूमिका- प्रा0 आईजी राजीव नारायण मिश्र...

न्यूज/महाकुम्भ नगर


महाकुम्भ नगर : पीएसी बल महाकुंभ मेला में सहयोग, समर्पण, सतर्कता के साथ श्रद्धालुओं की मदद करने में अग्रणी रहा। पीएसी के जवानों द्वारा महाकुंभ मेला में 390 से अधिक बिछड़े परिवार के सदस्यों को उनके परिवार से मिलवाया गया। पीएसी बल के जवानों द्वारा महाकुंभ मेला 80 से अधिक श्र‌द्धालुओं को त्वरित कार्यवाही करते हुये प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल में भर्ती कराया गया।पीएसी बल के जवानों द्वारा महाकुंभ मेला में विभिन्न चौराहों पर श्रद्धालुओं का मार्ग प्रशस्त किया गया। पीएसी बल के जवानों द्वारा महाकुंभ मेला में विभिन्न श्र‌द्धालुओं के कीमती सामान जैसे पर्स, मोबाइल, रुपए आदि श्रद्धालुओं को वापस दिलवाने में मददगार रहा। पीएसी बल के जवानों द्वारा महाकुंभ मेला में श्र‌द्धालुओं की सीपीआर देकर उनकी जान बचाई गई। पीएसी बल के जवानों द्वारा महाकुंभ मेला में 20 से अधिक राज्यों तथा 10 से अधिक देशों से आये श्रद्धालुओं की मदद की गयी। पीएसी बल के जवानों द्वारा मार्ग व्यवस्था बनाये रखने एवं जाम की समस्या के निराकरण के लिये प्रमुख महत्वपूर्ण/संवेदनशील स्थानों पर विशेष ड्यूटी सम्पादित की गयी। व्यवस्था बनाये रखने एवं जाम पर नियंत्रण के लिये जगह-जगह लाउडहेलर, रिफ्लैक्टिव टेप, सेफ्टीवार टार्च, बैरियरों, रस्सों आदि का प्रयोग किया जा रहा है।पीएसी बल के जवानों द्वारा प्रतिदिन आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुगम स्नान कराकर उनकी सकुशल वापसी सुनिश्चित करायी जा रही है तथा जाम की समस्या पर प्रभावी नियंत्रण किया जा रहा है। पीएसी बल के जवानों द्वारा रेलवे स्टेशन पर भीड़ के दबाव को कम करने के लिये आपातकालीन योजना के अंतर्गत श्र‌द्धालुओं के डायवर्जन तथा उन्हें होल्डिंग एरिया में कुछ समयावधि के लिये ठहराने की योजना पर प्रभावी कार्य किया जा रहा है। दिनांक 15.01.2025 को बेंगलुरु से आयी महिला श्रद्धालु श्रीमती शोभा का एक्सीडेंट प्रयागराज जंक्शन गेट नंबर 05 पर हो गया था जिससे उनके सिर पर चोट लग गयी, 33वीं वाहिनी पीएसी झाँसी एफ दल के आरक्षी सुरजीत यादव द्वारा एम्बुलेंस की मदद से उनको अस्पताल पहुंचाया तथा उनको प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करायी। दिनांक 15.01.2025 को जर्मनी से आये हुए श्रद्धालु जो कि रास्ता भटक गए थे जिन्हे नवावगंज जाना था, डियूटी पर उपस्थित 28वीं वाहिनी पीएसी इटावा एच दल के आरक्षी राजू सिंह द्वारा टैक्सी बुक करवाकर यथा स्थान नवावगंज पहुंचाने में मदद की गयी। दिनांक 24/01/2025 को संगम मार्ग पर विवेक भारती को कार चलाते समय मिर्गी का दौरा पड़ा। ड्यूटी पर तैनात 47 वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद जी दल के आरक्षी गुरदीप, कपिल कुमार ने अस्पताल ले जाकर ट्रीटमेंट दिलवाया और उसके घर वालों को सूचना दी और ठीक होने पर उसको उसकी कार के साथ भेजा। दिनांक 29/01/2025 महाकुंभ मेला में प्रधान चौराहा पर बुजुर्ग महिला लक्ष्मी जो हार्ट और सुगर पेशेंट हैं, जो भीड़ में बेहोश मिली। ड्यूटी में मौजूद 44 वी वाहिनी पीएसी मेरठ एच दल के शिवांक शर्मा के त्वरित कार्यवाही करते हुए एम्बुलेंस को सूचित किया और प्राथमिक इलाज के लिए नज़दीकी नीलू हॉस्पिटल में ले जाया गया तथा परिवार जनों को सूचित किया। दिनांक 29/01/2025 को रीता निवासी रूस से अपने साथियों के साथ संगम स्नान के लिए जा रही थी रात का समय वह अपने साथियों से विछड़कर भटक गयी और पाल बस्ती मवैया में पहुंच गयी सुनसान रास्ते देखकर वह डर गयी तभी ड्यूटी में मौजूद 33 वीं वाहिनी पीएसी झांसी ई दल के आरक्षी अमरदीप द्वारा उनसे इंग्लिश में बात कर उनके साथियो से सम्पर्क किया व उनके साथी गाइड के सहायता से लोकेशन पर पहुँचे। दिनांक 29/01/2025 महाकुंभ मेला में महिला चरना राजभर (उम्र 55) जो ग्राम जनपद गाजीपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली है जो पुल नंबर 29 सेक्टर 25 से परिवार और बेटी चिंता देवी से बिछड़ गई थी। ड्यूटी में मौजूद 42 वीं वाहिनी पीएसी नैनी प्रयागराज ई दल पीसी श्री अर्पित ‌द्विवेदी के नेतृत्व में आरक्षी नीलेश कुशवाहा, अजय यादव और अरविंद चौहान के द्वारा संचार माध्यम से इनके ग्राम प्रधान का नंबर निकाल कर इनकी बेटी से संपर्क कर उनकी बेटी को सकुशल सुपुर्द किया गया। दिनांक 03/02/2025 महाकुंभ मेला में मामा भांजा चौराहा से अरेल घाट के रास्ते पर राजकुमारी यादव निवासी भानसोच, आरंग, रायपुर छत्तीसगढ़ अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट होने के कारण महिला जमीन पर गिर गई। ड्यूटी पर मौजूद 15 वीं वाहिनी पी ए सी आगरा डी दल के आरक्षी प्रशांत कुमार, रवेन्द्र सिंह पास गए और तत्काल एम्बुलेंस बुलाकर भूमि हॉस्पिटल में एडमिट कराया। दिनांक 05/02/2025 महाकुंभ मेला में लक्ष्मी‌द्वार एंट्री प्वाइंट थाना भारद्वाज पर 49वीं वाहिनी पीएसी गौतमबुद्ध नगर ए दल के आरक्षी अनमोल बलियान, विनीत कसाना, राहुल कुमार, प्रदीप कुमार, नूरहसन द्वारा सराहनीय काम करते हुए महिला अर्चना पंवार निवासी धारवाड़, कर्नाटक, की सोने की अंगूठी (3ग्राम) जो की एक ठगी बाबा द्वारा चंगुल में फंसाकर ले ली गई थी। अंगूठी को सकुशल महिला को वापिस करवाया गया। दिनांक 06/02/2025 महाकुंभ मेला में प्रीति देवी, निवासी नैनी प्रयागराज सोमेश्वर घाट पर स्नान करते समय उनके बैग, जिसमें साड़ी और बच्चों के कपड़े थे, एक महिला संतोष भारती जो नई बस्ती मुखिया नगर, नैनी प्रयागराज रहने वाली है समान चुराकर भाग रही थी। ड्यूटी पर तैनात 42 वीं वाहिनी पीएसी नैनी प्रयागराज सी दल के आरक्षी पंकज कुमार गौण, चंद्रजीत यादव और राकेश कुमार यादव की सतर्कता से उक्त महिला को पीपा पुल नं 27 के पास पकड़कर सोमेश्वर थाने लाया गया और उसके सामान को सुपुर्द किया गया। दिनांक 13/02/2025 महाकुंभ मेला में मामा भांजा चौराहा पर अनुपम सौगोरा निवासी रीवा मध्य प्रदेश एवं बबलू निवासी ठवा, चाका ब्लॉक मध्य प्रदेश से आये श्र‌द्धालुओं का एक्सीडेंट हो गया। ड्यूटी पर तैनात 15वीं वाहिनी पीएसी आगरा डी दल के आरक्षी राजाराम व पवन कुमार ने तत्काल एम्बुलेंस बुलाकर नजदीकी अस्पताल में एडमिट/उपचार कराया। दिनांक 17/02/2025 महाकुंभ मेला में पुष्पेन्द्र सिंह शेखावत अपनी पत्नी, दिनेश राठौर निवासी जयपुर राजस्थान का पर्स जिसमें 1). आईफोन 15, 2). आईफोन 14 कीमत लगभग 1,60,000.00 रुपये, 3) 69000.00 रूपये नगद, 4) सोने की एक जंजीर व दो अंगूठी कीमत 2,70,000.00 रुपये, 5) एक ए.टी.एम. sbi, 6) वोटर कार्ड खो गया था। ड्यूटी चेकिंग के दौरान 42वीं वाहिनी पीएसी नैनी प्रयागराज के शिविरपाल श्री अरविन्द कुमार सिंह को अरैल घाट पर यह पर्स मिला। पर्स में मिले मोबाइल द्वारा श्रद्धालु से सम्पर्क कर उन्हें यथा स्थान बुला कर पर्स सुपुर्द किया गया। पीएसी बल महाकुंभ मेला में श्रद्धालुओं की मदद करने में नागरिक पुलिस, अग्निशमन विभाग, NDRF, SDRF के साथ कर्तव्यरत रही।

Friday, February 28, 2025

महाकुम्भ संपन्न होने पर पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : महाकुम्भ-2025 सकुशल व निर्विघ्न संपन्न हुआ। महाकुम्भ-2025 को सकुशल व निर्विघ्न संपन्न कराने मे आवंटित विभिन्न इकाइयों के समस्त पुलिस बल द्वारा अत्यंत ही निष्ठा पूर्वक अपने पदीय कर्तव्यों का निर्वहन किया गया। समस्त अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों के संयुक्त योगदान तथा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन के फल स्वरुप महाकुम्भ-2025 सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से संपन्न हुआ। दिनांक 27.02.2025 को मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में पुलिस कर्मियों व प्रशासनिक अफसरो को स्नान कर संगम का जल साथ ले जाने की सलाह दी, मुख्यमंत्री के उद्बोधन के बाद पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण द्वारा एक साथ पुलिस व प्रशासन के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को संगम स्नान करने का निमंत्रण दिया गया। जिसके उपलक्ष्य में पुलिस व प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी एक साथ संगम तट पर एकत्रित हुए। इस दौरान अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त प्रयागराज, पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्र प्रयागराज, मंडलायुक्त प्रयागराज, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रयागराज, पुलिस उप महानिरीक्षक महाकुम्भ, मेलाधिकारी महाकुम्भ, जिलाधिकारी प्रयागराज, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ एवं पुलिस व प्रशासन के सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगणो ने एक साथ हर हर गंगे का उद्घोष करते हुये वैदिक मंत्रो के साथ संगम में आस्था के पुण्य की डुबकी लगाई।

मेला क्षेत्र में 15 दिनों के लिए स्वच्छता अभियान की शुरुआत...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : प्रयागराज के संगम तट पर पिछले 45 दिनों से सनातन आस्था और अध्यात्म का अनवरत प्रवाह महाकुम्भ पर्व के रूप में संपन्न हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में महाकुम्भ 2025 का आयोजन जहां अपनी दिव्यता और भव्यता के लिए जाना गया तो वहीं महाकुम्भ में स्वच्छता के भी कई कीर्तिमान बने। इसी क्रम में महाकुम्भ के समापन अवसर पर सीएम योगी ने स्वच्छताकर्मियों को सम्मानित किया। साथ ही अगले 15 दिन विशेष स्वच्छता अभियान चला कर महाकुम्भ मेला क्षेत्र को स्वच्छ और निर्मल बनाने का निर्देश भी दिया है। मेले की विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राना के मार्गदर्शन में स्वच्छता मित्रों और गंगा सेवा दूतों ने शुक्रवार से ही मेला क्षेत्र में विशेष स्वच्छता अभियान की शुरूआत कर दी है। आने वाले 15 दिनों में प्रयागराज के संगम क्षेत्र, घाटों और मेले की स्थाई व आस्थाई सड़कों को साफ और स्वच्छ किया जाएगा। सीएम के निर्देश पर 15 दिनों के स्वच्छता अभियान की शुरुआत। विश्व के सबसे बड़े मानवीय समागम महाकुम्भ के अवसर पर लगभग 66 करोड़ से ज्यादा लोगों ने पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान किया। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप महाकुम्भ को दिव्य-भव्य के साथ स्वच्छ महाकुम्भ के तौर पर भी संचालित किया गया। 15,000 से अधिक स्वच्छता मित्रों और लगभग 2000 गंगा सेवा दूतों ने निरंतर गंगा नदी और मेला क्षेत्र को साफ और स्वच्छ बनाये रखने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। इसी क्रम में महाकुम्भ के समापन अवसर पर सीएम योगी ने स्वच्छता कर्मियों और गंगा सेवा दूतों को सम्मानित करने के साथ मेला क्षेत्र, संगम के घाटों और प्रयागराज नगर को स्वच्छ और निर्मल बनाने का निर्देश दिया है। ताकि महाकुम्भ के बाद भी तीर्थराज प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालु साफ और स्वच्छ संगम में पवित्र स्नान कर सकें। संगम क्षेत्र को श्रद्धालुओं के लिए बनाया जाएगा स्वच्छ और निर्मल। मेले की विशेष कार्यधिकारी आकांक्षा राना ने सीएम योगी के निर्देशों के अनुरूप शुक्रवार से महाकुम्भ मेला क्षेत्र की सफाई के विशेष अभियान की शुरूआत कर दी है। जिसके तहत अगले 15 दिनों तक निरंतर संगम के घाटों, मेला क्षेत्र, मंदिरों और स्थाई व अस्थाई सड़कों को साफ और स्वच्छ करने का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही मेला क्षेत्र में लगाये गये 1.5 लाख अस्थाई शौचालयों को भी डिसमेंटल कर हटाया जाएगा। मेला क्षेत्र से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण नैनी स्थित बसवार प्लांट में किया जाएगा। इसके साथ ही जल निगम नगरीय और ग्रामीण की ओर से बिछाई गई पाइप लाइन और विद्युत विभाग की ओर से लगाई गई स्ट्रीट लाइटों को भी मेले क्षेत्र से हटाने का कार्य शुरू हो गया है। मेला क्षेत्र में लगाये गये साधु-संन्यासियों और कल्पवासियों के टेंट और पण्डाल हटाये जा रहे हैं। साथ ही नगर निगम प्रयागराज शहर को हरित, साफ और स्वच्छ बनाने का कार्य सुचारू रूप से कर रहा है।

अग्नि शमन विभाग की 300 से अधिक दमकल त्रिवेणी का पावन जल लेकर विभिन्न जनपदों के लिए रवाना...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन सा

महाकुम्भ नगर : महाकुम्भ में इतिहास रचते हुए 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। इस पुण्य त्रिवेणी के जल की डुबकी से कोई छूट न जाए, सभी की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए योगी सरकार प्रदेश में किसी वजह से महा कुम्भ न पहुंच सके लोगों के लिए भी त्रिवेणी के जल से पुण्य स्नान का नायाब अवसर दे रही है। योगी सरकार ने निर्देश पर अग्नि शमन एवं आपात सेवा विभाग ने इसकी जिम्मेदारी संभाली है। प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए संगम का पवित्र जल लेकर अग्नि शमन विभाग की दमकल रवाना। प्रयागराज महाकुम्भ का पुण्य लाभ प्राप्त करने के लिए देश और दुनिया भर से 66 करोड़ 33 लाख लोग त्रिवेणी के तट पर महा कुम्भ में पहुंचे।  इसके अलावा जेल में बंद बंदियों की आस्था और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए भी पहली बार किसी सरकार ने उन्हें जेल के अंदर ही त्रिवेणी के पुण्य जल से स्नान का मौका दिया । प्रदेश की जेलों में बंद  90 हजार से अधिक कैदियों और बंदियों को इसका अवसर प्रदान करने की नायाब पहल के बाद प्रदेश में महाकुम्भ आने से वंचित रह गए लोगों के लिए भी सरकार ने पुण्य अर्जित करने का अवसर दिया । इसकी शुरुआत शुक्रवार को त्रिवेणी संगम में अग्नि शमन एवं आपात सेवा विभाग की तरफ से हुई है। महाकुम्भ के मुख्य अग्नि शमन अधिकारी प्रमोद शर्मा का कहना की शासन के निर्देश पर प्रदेश के 75 जिलों से महा कुम्भ आई दमकल का पानी खाली कराकर संगम के पवित्र जल को इनमें भरकर संगम से सभी जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है। इस पुण्य जल से महा कुम्भ आने से वंचित रह गए लोग स्नान कर सकेंगे। संगम के  5 लाख लीटर से अधिक  पवित्र जल की होम डिलिवरी। यूपी के अग्निशमन तथा आपात सेवा ने प्रदेश के सभी 75 जनपदों में आज से  संगम का जल पहुंचाने की नायाब पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को  प्रयागराज पहुंचने पर निर्देश दिए थे  कि जो लोग किन्हीं कारणों से महाकुम्भ में स्नान करने नहीं आ पाए हैं, उनके लिए सरकार संगम का जल भिजवाएगी। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अब अग्निशमन तथा आपात सेवा ने संगम का जल दमकल में भरकर सभी जनपद के लिए रवाना कर दिया है।  महा कुम्भ के मुख्य अग्नि शमन अधिकारी प्रमोद शर्मा का कहना है कि महाकुम्भ  में 300 अधिक से दमकल प्रदेश के विभिन्न जिलों से मंगाई गई थी। इन सभी की जल धारण क्षमता अलग अलग है, लेकिन लगभग 5000 लीटर पानी एक दमकल में आता है। ऐसे में 5 लाख लीटर से अधिक संगम का जल इन दमकलों के माध्यम से यहां से भेजा जा रहा है। विभिन्न जनपदों के जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद कर जिला प्रशासन इसे महा कुम्भ आने से वंचित रह गए लोगों तक उपलब्ध कराएगा

Thursday, February 27, 2025

सीएम योगी ने महाकुम्भ को वैश्विक इवेंट बनाने में मीडिया की भूमिका को सराहा...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे पर गुरुवार को डिजिटल मीडिया सेंटर में मीडियाकर्मियों के साथ संवाद किया और महाकुम्भ को वैश्विक इवेंट बनाने में मीडिया की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि वास्तव में महाकुम्भ प्रयागराज एक वैश्विक इवेंट बन गया। प्रधानमंत्री मोदी जी के विनज के अनुरूप यह कार्य करने में हमें जो सफलता प्राप्त हुई है उसे देश और दुनिया तक आपने पहुंचाया है, इसके लिए आपको हृदय से धन्यवाद करता हूं। सीएम योगी बोले कि मैं देख रहा था कि दिन हो या रात्रि, सुबह हो या शाम, शीत लहरी हो या भीषण धूप, लेकिन अनवरत रूप से कोई चल रहा था तो वह मीडिया था। या तो मां गंगा की धारा चल रही थी या फिर मीडिया चलता था और सकारात्मक रूप से आपकी जो भूमिका थी उसके चलते महाकुम्भ प्रयागराज नए रिकॉर्ड बनाने के लिए अग्रसर हुआ। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष एक लघु फिल्म भी दिखाई गई, जिसके बोल थे महाकुम्भ एक याद बन गया। इस फिल्म में महाकुम्भ की स्मृतियों को संजोया गया। आस्था और आर्थिकी का विजन साकार हुआ। संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आस्था और आर्थिकी का जो विजन प्रधानमंत्री जी ने दिया है वह यहां साकार होता दिखाई दिया। उत्तर प्रदेश में स्पिरिचुअल टूरिज्म का भी पोटेंशियल है और यह प्रदेश ने साबित किया। गत वर्ष ही उत्तर प्रदेश में 65 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक विभिन्न तीर्थस्थलों पर आए थे। वे अयोध्या धाम आए थे, काशी आए थे, मथुरा-वृंदावन आए थे, प्रयागराज आए थे, चित्रकूट आए थे, मां विंध्यवासिनी के धाम आए थे, गोरखपुर आए, शुकतीर्थ आए, नैमिषारण्य आए। अकेले प्रयागराज में 45 दिन में 66 करोड़ 30 लाख पर्यटक और श्रद्धालु आ चुके हैं, यानी नए-नए रिकॉर्ड बनते दिखाई दे रहे हैं। प्रयागराज महाकुम्भ ने उत्तर प्रदेश के अंदर पांच स्पिरिचुअल टूरिज्म के डेस्टिनेशन उपलब्ध करवा दिए हैं। प्रयागराज से मिर्जापुर और काशी का एक, प्रयागराज से अयोध्या और गोरखपुर का दो, प्रयागराज से लालपुर, राजापुर, चित्रकूट का तीन, प्रयागराज से लखनऊ और नैमिषारण्य का चार और प्रयागराज से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे व आगरा होते हुए मथुरा-वृंदावन का पांच। इन पांचों तीर्थ में पिछले डेढ़ महीने से अधिक समय से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद हैं। इन 45 दिनों में 100 देशों का प्रतिनिधित्व प्रयागराज में हुआ है, जिसमें 74 देशों के एंबेसडर और हाई कमिश्नर यहां आए थे, 12 देश के मंत्री या राष्ट्राध्यक्ष की उपस्थिति भी रही थी और अन्य देशों से श्रद्धालुजन भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। यह सभी आपको कवर करने का अवसर प्राप्त हुआ था। जो भी प्रयागराज आया अभिभूत होकर गया। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के पूरे आयोजन में सभी निर्माण कार्यों के लिए डबल इंजन की सरकार ने मिलकर लगभग 7.30 हजार करोड़ रुपया खर्च किया, जिसमें 200 से अधिक सड़कों का निर्माण, 14 फ्लाईओवर, 9 अंडरपास, 12 कॉरिडोर बनाए गए। पहली बार प्रयागराज में कुछ ऐसा देखने को मिला जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता था। अक्षय वट कॉरिडोर, मां सरस्वती कूप कॉरिडोर, पातालपुरी कॉरिडोर, बड़े हनुमान जी कॉरिडोर, महर्षि भारद्वाज कॉरिडोर, नागवासुकि कॉरिडोर, श्रंग्वेरपुर कॉरिडोर, द्वादश माधव कॉरिडोर समेत यह अलग-अलग प्रकार के 12 कॉरिडोर प्रयागराज में विकसित हुए हैं जो टूरिज्म के दृष्टि से हर एक श्रद्धालु को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस दौरान श्रद्धालुजनों की सुविधा के लिए प्रयागराज सिटी के अंदर हम लोगों ने लगभग एक लाख कार्मिकों को पूरी व्यवस्था से जोड़ा, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाया। सीएम योगी ने कहा कि 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक चले इस महायज्ञ के दौरान प्रयागराज एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हुआ है। आज जो भी प्रयागराज आएगा वह प्रयागराज को देखकर अभिभूत हो रहा है। यहां की सुविधाओं, यहां के मॉडल को देखकर लोग सेल्फी ले रहे हैं। हर विभाग ने मिलकर आयोजन को बनाया सफल। उन्होंने महाकुम्भ में तकनीक के उपयोग का उल्लेख करते हुए कहा कि पूरे मेला को फेस रिकॉग्निशन से जोड़ते हुए लगभग 3000 सीसीटीवी कैमरे के साथ एआई टूल से जोड़ा गया। इसके माध्यम से एक-एक व्यक्ति के आने की सूचना और उसके चेहरे की पहचान के साथ-साथ कितने लोगों ने डुबकी लगाई, उन सबकी काउंटिंग की व्यवस्था भी हो सकी। इसके माध्यम से लखनऊ में रहते हुए भी मैं यहां की गतिविधियों को 360 डिग्री तक देख पा रहा था। यहां 15000 से ऊपर स्वच्छताकर्मी तैनाथ थे। इसके अलावा 7000 से अधिक परिवहन निगम की बसें थी 750 से अधिक शटल बसें थीं। उन्होंने बताया कि रेलवे ने लगभग 13000 मेला स्पेशल चला करके यात्रियों को सकुशल गंतव्य तक पहुंचाया। साढ़े तीन करोड़ यात्री केवल उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों से प्रयागराज आए। पीडब्ल्यूडी, नमामि गंगे, जल निगम, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य  समेत अन्य सभी विभागों ने पूरी तत्परता के साथ इस कार्यक्रम को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दिया। मीडिया ने महाकुम्भ को दिलाई सफलता की ऊंचाई। उन्होंने कहा कि पूरे आयोजन को सफल बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। श्रद्धालुजनों को यहां तक लाने के लिए सभी संबंधित विभागों, संस्थाओं ने अपना काम किया, लेकिन एक-एक घटना को लाइव दिखाने का काम और सकारात्मक रूप से उसे आम जनता तक घर-घर पहुंचाने का काम आपने किया, क्योंकि कितनी भी अच्छी व्यवस्था होती,हम कितना भी कर लेते, लेकिन उसका प्रचार आपने किया। सिर्फ हिंदी मीडिया ही नहीं, देशभर की मीडिया ने, विदेशी मीडिया ने यहां की व्यवस्थाओं की सराहना की। किसी भी आयोजन को सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचाने में मीडिया की क्या भूमिका हो सकती है, इसकी बेहतरीन मार्केटिंग करने में अपने बड़ी भूमिका का निर्वाह किया। आस्था और आर्थिकी के बीच समन्वय हो सकता है यह मीडिया ने साबित करके दिखाया। 7.5 हजार करोड़ खर्च करके 3.5 लाख करोड़ की ग्रोथ दर्ज की जा सकती है, यह भी मीडिया ने बताया। दुनिया कौतूहल और आश्चर्य से इन सब चीजों को देख रही है। यह एक नया शोध का विषय बन गया है। मेरे पास लगातार नेशनल और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूशन से पत्र आ रहे हैं कि क्राउड मैनेजमेंट कैसे होता है, आस्था और आर्थिकी का समन्वय कैसे हो सकता है इस पर 1 घंटे का टॉक शो कीजिए। मीडिया और प्रयागराजवासियों का धैर्य अभिनंदनीय। सीएम योगी ने कहा कि जो भी यहां आया उसने स्वच्छता की चर्चा की, टेक्नोलॉजी की चर्चा की, सुरक्षाकर्मियों के व्यवहार की चर्चा की। सचमुच मीडिया के साथ-साथ प्रयागराजवासियों का धैर्य अत्यंत अभिनंदनीय रहा, जिन्होंने पूरे आयोजन को अपना आयोजन माना। अक्सर होता है कि एक दिन या दो दिन लोगों को थोड़ा पैदल चलना पड़े तो वो अधीर हो जाते हैं, गुस्से में आ जाते हैं, सड़कों पर आ जाते हैं, लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। पूरे 45 दिन जनता जनार्दन ने अपना धैर्य बनाए रखा। इन 45 से 50 दिनों में आप सभी यहां पर मौजूद रहे और पूरी तत्परता के साथ आपने इस पूरे महा आयोजन को महायज्ञ मानकर एक सदस्य के रूप में इस सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दिया। अपनी पूरी टीम की ओर से आपका अभिनंदन करता हूं। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नगर विकास मंत्री एके शर्मा समेत अन्य मंत्री एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।

महाकुम्भ में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मियों को मिलेगा 'महाकुम्भ सेवा मेडल' और ₹10 हजार का स्पेशल बोनस- मुख्यमंत्री...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ 2025 की पूर्णाहुति के अवसर पर गुरुवार को गंगा मंडपम में आयोजित एक विशेष संवाद कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महाकुम्भ को दुनिया का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक आयोजन करार देते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजनरी नेतृत्व और पुलिस बल के सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताया। सीएम योगी ने कहा कि इस आयोजन ने आस्था और अर्थव्यवस्था के समन्वय का एक नया प्रतिमान स्थापित किया है, जिसे दुनिया ने देखा और सराहा। सीएम ने पुलिसकर्मियों के धैर्य और शालीनता की प्रशंसा की। उन्होंने घोषणा की कि महाकुम्भ में ड्यूटी देने वाले 75 हजार जवानों को 'महाकुम्भ सेवा मेडल' और प्रशस्तिपत्र दिया जाएगा। साथ ही, अराजपत्रित पुलिसकर्मियों को 10 हजार रुपये का स्पेशल बोनस और सभी को फेज वाइज एक सप्ताह का अवकाश प्रदान किया जाएगा। हमारी पुलिस ने समाधान का रास्ता चुना और असंभव को संभव बनाया। मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों से अपने संबोधन में कहा कि महाकुम्भ जैसा विशाल आयोजन एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन हमने इसे एक ऊंची चोटी तक पहुंचाया। यह आप सभी के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। अगर हम समस्या के बारे में सोचते तो बहाने मिलते, लेकिन समाधान के बारे में सोचा तो रास्ते मिले। हमने समाधान का रास्ता चुना और इसे दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बनाया। उन्होंने पीएम मोदी के 'दिव्य-भव्य और डिजिटल कुम्भ' के थीम की चर्चा करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और आर्थिक प्रगति का प्रतीक बन गया है। उन्होंने महाकुम्भ की आलोचना करने वालों को भी खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि जो महाकुम्भ का भागिदार बना होगा वहीं इसके स्किल और स्केल के बारे में समझ पाएगा। किसी कोने में बैठकर विद्वेष भाव से टिप्पणी कर देना आसान बात है। उन्होंने महाकुम्भ के दौरान पुलिसकर्मियों के धैर्य और शालीनता की प्रशंसा की और कहा कि कई बार कुछ लोग जवानों को धक्का भी दे देते थे, तब भी हमारे जवानों ने सहनशीलता का परिचय दिया। आस्था और अर्थव्यवस्था का ऐसा अनोखा संगम दुनिया में कहीं नहीं दिखा। सीएम योगी ने बताया कि प्रयागराज के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और महाकुम्भ में राज्य सरकार ने करीब साढ़े 7 हजार करोड़ रुपये खर्च किए, जिसके परिणामस्वरूप राज्य की अर्थव्यवस्था में साढ़े 3 लाख करोड़ रुपये की अभूतपूर्व वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी आस्था को अर्थव्यवस्था के साथ इस तरह नहीं जोड़ा गया। भारत के ऋषियों ने कहा था कि यदि हम सही मार्ग पर चलें और आस्था का सम्मान करें, तो अर्थ और कामनाओं की सिद्धि स्वतः प्राप्त होगी। महाकुम्भ ने इसे साकार करके दिखाया। अभूतपूर्व भीड़ और बेहतरीन प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण है महाकुम्भ।
मुख्यमंत्री ने पुलिस बल की क्षमता और समर्पण की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की स्थाई आबादी 25 लाख है, लेकिन महाकुम्भ में प्रतिदिन औसतन डेढ़ से दो करोड़ लोग आए। अब तक 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा बने। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सभी राज्यों के राज्यपाल, ज्यादातर मुख्यमंत्री, 100 देशों के राजनयिक, 12 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और उनके नागरिकों ने इस आयोजन में भाग लिया। सीएम ने कहा कि उन्हें पहले दिन से भरोसा था कि हम इसे सफल बनाएंगे, क्योंकि पिछले साढ़े आठ वर्षों में उन्होंने पुलिस की क्षमता को करीब से देखा है। उन्होंने कहा कि पुलिस, अर्धसैनिक बल, होमगार्ड, पीआरडी, जल पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी के व्यवहार की तारीफ हर व्यक्ति कर रहा था। पुलिस सुधार और अवस्थापना में क्रांतिकारी बदलाव किये गये हैं। सीएम योगी ने पुलिस सुधारों पर जोर देते हुए कहा कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों की स्थिति को बेहतर करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, ''लखनऊ पुलिस लाइन में टूटी छत और चारपाई पर सोते जवानों को देखकर मैंने तुरंत सुधार का फैसला लिया। आज यूपी पुलिस का बजट 40 हजार करोड़ रुपये है। हर जनपद में पुलिस बैरक की सबसे बड़ी इमारतें बन रही हैं।" उन्होंने बताया कि 54 पीएसी कंपनियों, जिन्हें समाप्त कर दिया गया था, उन्हें बहाल किया गया, 3 महिला बटालियन शुरू की गईं और 1 लाख 56 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती पूरी की गई, जबकि 60 हजार की प्रक्रिया चल रही है। आगे 30 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगा। पुलिस ने चुनौतियों पर विजय पाई और अनुशासन का दिया परिचय। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में उत्तर प्रदेश दंगों, माफिया राज और असुरक्षा से जूझ रहा था, लेकिन आज यह निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है। पहले जो माफिया वीआईपी बनकर घूमते थे, उनका सामना हमारी पुलिस से हुआ तो उसकी पैंट गीली हो गई। सीएम ने कहा कि महाकुम्भ में पुलिस ने क्राउड मैनेजमेंट, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मौनी अमावस्या पर एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई, लेकिन 15-20 मिनट में ग्रीन कॉरीडोर बनाकर घायलों को इलाज मुहैया कराया गया। आग की घटनाओं को 10 मिनट में नियंत्रित किया गया, जिसमें कोई जनहानि नहीं हुई। भारत का मान बढ़ा, यूपी का गौरव बढ़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ ने भारत की वैश्विक छवि को मजबूत किया और उत्तर प्रदेश को देश में नई पहचान दी। सीएम ने पुलिस बल को बधाई देते हुए कहा 28 से 30 जनवरी के बीच मात्र तीन दिन में 15 करोड़ लोग महाकुम्भ में आए। जो भी आया, संगम में डुबकी लगाकर, अभिभूत होकर गया और आपको धन्यवाद देकर गया। यह आपकी व्यवहारिक दक्षता और संवेदनशीलता का परिणाम है। उन्होंने कहा कि जो भी पुलिसकर्मी अभी तक स्नान नहीं कर पाए हैं, वे ड्यूटी के साथ स्नान करें और संगम का जल अपने साथ जरूर लेकर जाएं। इस संवाद के साथ ही सीएम ने पुलिसकर्मियों के साथ भोजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया और उनके योगदान को यादगार बताते हुए उसकी सराहना की। 
इस अवसर पर दोनों डिप्टी केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, अरविंद कुमार शर्मा, दयाशंकर सिंह, अनिल राजभर, प्रयागराज के विधायकगण हर्षवर्धन वाजपेयी, गुरूप्रसाद, पूजा पाल, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, एडीजी जोन भानू भास्कर, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, आईजी रेंज, डीआईजी कुम्भ, एसएसपी मेला, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और मेलाधिकारी सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ’जन भागीदारी से जन कल्याण’ पर आधारित डिजिटल प्रदर्शनी का हुआ समापन...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुम्भ नगर : दिव्य भव्य डिजिटल महाकुम्भ 2025 प्रयागराज में त्रिवेणी मार्ग पर प्रदर्शनी परिसर में 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ’जन भागीदारी से जन कल्याण’ शीर्षक से भारत सरकार की विगत 10 वर्षो की उपलब्धियों, कार्यक्रमों, नीतियों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित लगायी गयी डिजिटल प्रदर्शनी श्रद्धालुओं और जनसामान्य के बीच आकर्षण का केंद्र रही। देश के विभिन्न हिस्सों से आये श्रद्धालुजनों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। डिजिटल प्रदर्शनी में एनामॉर्फिक वाल, एलईडी टीवी स्क्रीन, एलईडी वाल, होलोग्राफिक सिलेंडर के माध्यम से विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दर्शकों को मिली।महाकुम्भ मेला के शुभारम्भ से आमजन के अवलोकन के लिए खुली रही डिजिटल प्रदर्शनी महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान के साथ आज समाप्त हुई। इस प्रदर्शनी के माध्यम से श्रद्धालुओं और जनसामान्य को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, नमो ड्रोन दीदी, लखपति दीदी, वेव्स, प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, डिजिटल इंडिया, प्रधानमंत्री आवास योजना, विद्याँजली, आत्मनिर्भर भारत, स्किल इंडिया, एक भारत श्रेष्ठ भारत, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, हर घर जल योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, आज़ाद भारत के तीन नये कानून, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के साथ साथ नारी सशक्तिकरण की योजनाओं तथा विभिन्न अन्य योजनाओं और समुन्द्र मंथन की गाथा की रोचक जानकारी दर्शकों और जन सामान्य को मिली। प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में आमजन के साथ विशिष्टजनों का भी आगमन हुआ। सचिव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार श्री संजय जाजू, पत्र सूचना कार्यालय के प्रधान महानिदेशक श्री धीरेन्द्र ओझा, केंद्रीय संचार ब्यूरो के महानिदेशक श्री योगेश बवेजा, महानिदेशक आकाशवाणी श्रीमती प्रज्ञा पालीवाल गौड़, एडिशनल सेक्रेटरी, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार श्रीमती तृप्ति गुरहा, अपर महानिदेशक श्री शंभूनाथ चौधरी, अपर महानिदेशक श्री अजय अग्रवाल, कर्नाटक और तेलंगाना, दिल्ली, जम्मू कश्मीर और लद्दाख, केरल और तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, वेस्ट बंगाल और बिहार, उड़ीसा और झारखंड, महाराष्ट्र और गुजरात तथा पूर्वोत्तर के राज्यों से आए मीडिया प्रतिनिधि दलों का आगमन हुआ। उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिव्य-भव्य-डिजिटल, एकता के महाकुम्भ में लगायी गयी डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया और इसकी सराहना की। सूचना प्रसारण मंत्रालय के द्वारा डिजिटल प्रदर्शनी के अतिरिक्त महाकुंभ 2025 में 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक संपूर्ण महाकुंभ मेला अवधि के दौरान श्री जय सिंह क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी लखनऊ की देखरेख में 200 से अधिक संदेशमूलक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के लोक और शास्त्रीय कार्यक्रमों को भी विभिन्न स्थलों पर प्रदर्शित किया गया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से भी विकसित भारत एवं भारत सरकार की विगत 10 वर्षों में उपलब्धियों, योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतियों को जनसामान्य एवं श्रद्धालुओं के बीच प्रदर्शित किया गया। प्रत्येक सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक अनूठी कहानी बताते हुए अलग-अलग क्षेत्र के स्थानीय रीति-रिवाजों, अनुष्ठानों और आध्यात्मिकता को दर्शाया गया, जो महाकुंभ में आने वाले जन सामान्य के लिए के लिए एक शानदार दृश्यात्मक और कलात्मक अनुभव रहा। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विभिन्न क्षेत्रीय नृत्य और गायन शैलियों का प्रतिनिधित्व करने वाले सैकडों प्रतिभाशाली कलाकार ने भाग लिया। प्रदर्शनी को सफल बनाने में केंद्रीय संचार ब्यूरो, लखनऊ के निदेशक श्री मनोज कुमार वर्मा के नेतृत्व में विभाग के.सी. मीणा, डॉ. लालजी, गौरव त्रिपाठी, लक्ष्मण शर्मा, राम मूरत, बालमुकुंद सिंह, अमित कुमार, नरेश चंद्र, सुभाष चंद्र, सुभाष गौतम, प्रेम दत्त, किशन किशोर, निर्भय शंकर झा, श्याम देव प्रसाद, द्वारिका प्रसाद, देवराज, सुनील कुमार, हरीलाल के अलावा पीआईबी के निदेशक दिलीप शुक्ला, मीडिया एवं संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ और सुंदरम चौरसिया आदि ने सक्रिय योगदान दिया।

मुख्यमंत्री ने नाविकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ में नाविकों के योगदान को लेकर उनके साथ संवाद किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नाविकों के लिए कई बड़ी घोषणाएं भी की। सीएम योगी ने कहा कि नाव चालकों को सरकार विशेष सुविधाएं देगी, जिसके तहत पहले नाविकों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इसके बाद नाव के लिए पैसा और 5 लाख रुपए तक बीमा कवर की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। निषादराज की परंपरा को निभा रहे नाविक। त्रिवेणी संकुल में नाविकों से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ के भव्य, दिव्य व सफल आयोजन में नाविकों के योगदान की सराहना की और सरकार की ओर से कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने नाविकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। इस दौरान भारत माता की जय, गंगा मैया की जय और हर गंगा के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से निषादराज ने त्रेता युग में भगवान श्रीराम को गंगा पार कराई थी, उसी परंपरा को आज भी हमारे नाविक निभा रहे हैं। करोड़ों लोगों ने संगम में पहली बार स्नान किया। जिसमें नाव चालकों की विशेष भूमिका रही है। इसीलिए आज हम सभी आपके स्वागत के लिए यहां उपस्थित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि श्रृंगवेरपुर में भगवान श्रीराम और निषादराज की इतनी बड़ी प्रतिमा यहां स्थापित की गई। सरकार देगी नाविकों को विशेष सुविधाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाविकों और निषाद समाज के कल्याण के लिए कई अहम घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में मत्स्य पालन से जुड़े हुए सभी लोगों के कल्याण के लिए डबल इंजन की सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री कोष से एक योजना के तहत नाव उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए हर नाविक का पंजीकरण होगा और उसे  सुरक्षा बीमा भी मिलेगा। सीएम योगी ने कहा कि किसान आपदा योजना के तहत मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना की तरह ही आपदा पर 5 लाख की सहायता उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे ही नौका संचालन से जुड़े लोगों को भी यह सुविधा मिले, इसके लिए उनका रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। नाव के लिए पैसे उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही, जिनका स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना से जोड़कर 5 लाख का बीमा कवर भी करवाएंगे। नाव संचालन से जुड़े लोगों को विशेष सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। महाकुम्भ में लाखों श्रद्धालुओं को दी सेवा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महाकुम्भ में करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। जिसमें नाविकों ने अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, इन 45 दिनों में प्रत्येक नाविक ने अपनी मेहनत से लाखों रुपये कमाए होंगे। इतना बड़ा व्यवसाय पहले कभी देखने को नहीं मिला। यह सिर्फ व्यवसाय नहीं, बल्कि पूर्वजों की परंपरा का पालन भी है। प्रयागराज के ऐतिहासिक जल प्रवाह की तारीफ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिंचाई विभाग की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर संगम में इतना जल स्तर वर्षों बाद देखा गया। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि यह महाकुम्भ को दिव्य और भव्य बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इसके बाद नाविक संघ के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग की वजह से नाविकों को बहुत बड़ा रोजगार का अवसर मिला है। इसके बाद उन्होंने मांगों को लेकर एक पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा है। इनसेट परिवहन चालकों को भी मिलेंगे 10 हजार रुपए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाविकों के बाद यूपी रोडवेज के चालकों से भी संवाद किया और महाकुम्भ के दौरान उनकी सेवाओं की प्रशंसा की। उन्होंने महाकुम्भ में रोडवेज की बसों के संचालन से जुड़े चालकों के लिए 10 हजार रुपए अतिरिक्त बोनस का ऐलान किया। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बसों के माध्यम से महाकुम्भ में 3.75 करोड़ यात्री को उनके गंतव्यों तक पहुंचाया गया। अनेक ऐसे यात्रियों के लिए रोडवेज बड़ा सहारा बना, जहां रेलवे की सुविधा नहीं है। प्रदेश सरकार ने प्रत्येक गांव को रोडवेज से जोड़ने का जो प्रयास किया था, उसके माध्यम से गांव-गांव से लोग महाकुम्भ पहुंच सके। उन्होंने परिवहन चालकों की अथक मेहनत की प्रशंसा करते हुए कहा कि रोडवेज चालकों ने बिना थके लोगों को महाकुम्भ की यात्रा कराई, उसके लिए उनका अभिनंदन करता हूं।

10 हजार रुपए अतिरिक्त बोनस और वेतन वृद्धि के लिए स्वच्छताकर्मियों ने सीएम का जताया आभार...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रयागराज में महाकुम्भ से जुड़े स्वच्छताकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी सौगात देते हुए उनके लिए 10 हजार रुपए अतिरिक्त बोनस और अप्रैल से न्यूनतम वेज के रूप में 16 हजार रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वच्छताकर्मियों ने खुले दिल से स्वागत किया और इस पहल के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी जताया। सभी स्वच्छताकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि यह पूरे मेला के दौरान उनके द्वारा की गई अथक मेहनत का फल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ मंच पर बुलाकर उनका सम्मान किया, बल्कि उनके साथ बैठकर भोजन भी किया, जिससे उनका मान बढ़ा है। मेले में मिलकर सुनिश्चित की स्वच्छता। स्वच्छताकर्मी रानी देवी ने कहा की मुख्यमंत्री जी ने हमारे लिए जो भी किया वह सुनकर अच्छा लग रहा है हमने मान कुंभ में जान लगाकर मेहनत की थी उसी का लाभ आज हमें मिल रहा है। इसी तरह, नैनी तहसील से महाकुंभ में स्वच्छता कार्य के लिए आए एक स्वच्छता कर्मी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने ₹10000 बोनस और 16000 रुपए निश्चित मानदेय देने की घोषणा की है जिसके लिए हम उनके आभारी हैं। महाकुम्भ के दौरान पूरे मेला क्षेत्र में हम सभी ने मिलकर सफाई और स्वच्छता को सुनिश्चित किया किसी भी तरह की कोई घटना नहीं हुई। यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर खिले चेहरे। स्वच्छता कर्मी अमन ने बताया की मेले में स्वच्छता को लेकर किए गए अच्छे कार्य को मुख्यमंत्री जी ने सराहा है और इसीलिए उन्होंने हमें ₹10000 अतिरिक्त बोनस देने की घोषणा की है यह अच्छी पहल है इससे हम सभी का हौसला बढ़ेगा और हम मन लगाकर स्वच्छ प्रदेश बनाने की दिशा में कार्य करेंगे। एक अन्य स्वच्छताकर्मी लाल बहादुर ने बताया कि महाकुम्भ समापन के बाद मुख्यमंत्री जी हमारे बीच आए यह देखकर हमें अच्छा लगा उन्होंने हमारा सम्मान भी किया और हमारे साथ बैठकर भोजन भी ग्रहण किया यह अच्छी पहल है।

सीएम योगी ने महाकुम्भ में लगे स्वच्छताकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को 10 हजार रुपए अतिरिक्त बोनस...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रयागराज महाकुम्भ में कार्यरत रहे स्वच्छताकर्मियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सफाईकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को उपहार के साथ ही स्वच्छ कुम्भ कोष से बीमा प्रमाण पत्र प्रदान किया और साथ ही मंच से ऐलान किया कि जो भी स्वच्छताकर्मी और स्वास्थ्यकर्मी महाकुम्भ के महाआयोजन में सहभागी बने, उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से अतिरिक्त बोनस के रूप में 10 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की जाएगी। यही नहीं, सीएम योगी ने यह भी ऐलान किया कि अप्रैल से प्रदेश सरकार एक कॉर्पोरेशन का गठन करने जा रही है, जिसके माध्यम से हर स्वच्छताकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी और उन सभी कर्मियों को जिन्हें मिनिमम वेज नहीं मिल पाता था, उन्हें सरकार 16 हजार रुपए प्रतिमाह प्रदान करेगी। यह धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में भेजी जाएगी। इसके साथ ही सीएम ने यह भी कहा कि हर स्वच्छताकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी को आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना के माध्यम से ₹500000 की स्वास्थ्य बीमा से भी जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री के इस घोषणा का स्वच्छताकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।


वेलफेयर के लिए करते रहेंगे काम। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित हुए इस भव्य और दिव्य आयोजन के बाद आज आप सभी का अभिनंदन करने के लिए पूरी प्रदेश सरकार आपके बीच में है। इस आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने में स्वच्छता और स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष योगदान है। हमारी सरकार आपसे वादा करती है कि आपके वेलफेयर के लिए हम आगे भी लगातार काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि टीम भावना के साथ जब कोई कार्य होता है तो उसके परिणाम ऐसे ही होते हैं जैसे प्रयागराज महाकुम्भ में आज हमको देखने को मिल रहे हैं। आज आप सबने साबित कर दिया कि अगर थोड़ी भी इच्छा शक्ति हो और सही सपोर्ट मिले तो परिणाम कुछ भी लाया जा सकता है। सीएम योगी ने सभी स्वच्छताकर्मियों से अपील की कि स्वच्छता कार्यक्रम को अब नए सिरे से प्रस्तुत करना है। स्वच्छता का विशेष अभियान चलाना होगा। आज हमने इसकी शुरुआत की है। अब सभी अधिकारी, कर्मचारी भी इस अभियान में जुटें। मां गंगा के प्रति हमारी कृतज्ञता ज्ञापित होनी चाहिए। सीएम योगी ने कहा कि आपको सम्मानित करते हुए और आपके साथ सहभोज में हिस्सा बनते हुए हमारा मंत्रिमंडल अभिभूत है। प्रयागराज स्मार्ट सिटी के रूप में चमक रहा। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 13 दिसंबर को प्रयागराज महाकुम्भ के शुभारंभ के लिए यहां आए थे। उससे पहले भी और उस दौरान भी उन्होंने बहुत सारा मार्गदर्शन दिया। भारत सरकार के सभी अधिकारी, सभी मंत्रालय इस आयोजन को उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए प्राण प्रण से जुटे थे। हर विभाग में अपने स्तर पर इस आयोजन में भरपूर सहयोग किया और इसमें आर्थिक रूप से भी सहयोग करते हुए प्रयागराज के कायाकल्प को सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि आज महाकुम्भ के बहाने प्रयागराज शहर एक स्मार्ट सिटी के रूप में चमक रहा है। प्रदेशवासियों ने प्रस्तुत किया आतिथ्य का उत्कृष्ट उदाहरण। सीएम योगी ने कहा कि जो भी प्रयागराज आया उसने दो बातों की सराहना जरूर की। एक स्वच्छता और स्वच्छता कर्मियों की तो दूसरी पुलिस के व्यवहार की। ऐसे लगता था जैसे यह सबका अपना आयोजन हो। पूरा परिवार मिलकर कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा हो। यही नहीं, प्रयागराज वासियों ने भी इसे अपने घर का आयोजन  बना लिया। जगह-जगह पर लंगर लगाए, अतिथियों का अभिवादन किया, अपनी परेशानी को भूल करके वह इस आयोजन का हिस्सा बने। जिस सिटी में 25 से 30 लाख लोग रहते हैं वहां अचानक 7-8 करोड़ लोग आ जाएंगे तो क्या स्थिति होती होगी। जिस घर में पांच सदस्य रहते हैं और अचानक 10 लोग आ जाएं तो हालत खराब हो जाती है और यहां तो 20-20 गुना लोग आ रहे थे, लेकिन प्रयागराज वासियों ने पूरे धैर्य के साथ, खुशी के साथ इसे अपना आयोजन बना दिया और प्रयागराज से प्रेरित होकर पूरे प्रदेश ने इसमें अपना योगदान किया। जिस मार्ग से तीर्थयात्री और श्रद्धालु, पूज्य संत गए, उनके अभिनंदन और स्वागत के लिए प्रदेश वासी वहां नजर आए। प्रदेशवासियों ने आतिथ्य का जो उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है उसके लिए उनका हृदय से अभिनंदन करता हूं। महाकुम्भ ने आध्यात्मिक टूरिज्म का मार्ग प्रशस्त किया। सीएम योगी ने प्रदेश में टूरिज्म की नई संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि महाकुम्भ ने उत्तर प्रदेश के अंदर आध्यात्मिक टूरिज्म के कई सर्किट प्रस्तुत किए हैं। एक प्रयागराज से मां विंध्यवासिनी का धाम होते हुए काशी का सर्किट बना। जिस प्रकार प्रयागराज में करोड़ों की संख्या में लोग जुटे थे, उसी तरह मां विंध्यवासिनी धाम में इस दौरान प्रतिदिन 5 से लेकर 7 लाख तक लोग जुटे थे। इसी तरह, काशी में बाबा विश्वनाथ धाम में 10 से लेकर 15 लाख श्रद्धालु एक दिन में रहते थे। एक और सर्किट बना अयोध्या धाम और गोरखपुर का, अयोध्या धाम में प्रतिदिन इस दौरान 7 लाख से लेकर 12 लाख श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे थे और गोरखपुर में पहली जनवरी से लेकर कल तक प्रतिदिन 2 लाख से ढाई लाख श्रद्धालु जुटते थे। तीसरा सर्किट बना प्रयागराज से ऋंग्वेरपुर होते हुए लखनऊ और नैमिषारण्य का, जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। वहीं प्रयागराज से राजापुर और चित्रकूट का भी एक सर्किट बना तो पांचवा सर्किट प्रयागराज से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे होते हुए मथुरा, वृंदावन और शुकतीर्थ का रहा, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। विरोधियों ने दुष्प्रचार का कोई मौका नहीं छोड़ा।

सीएम योगी ने कहा कि आस्था का इतना विशाल समागम दुनिया के अंदर कभी नहीं हुआ। 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु किसी आयोजन का हिस्सा बने और कोई अपहरण की घटना नहीं, कोई लूट की घटना नहीं, कोई छेड़छाड़, कोई दुष्कर्म की घटना नहीं, कोई भी ऐसी घटना नहीं जिसके बारे में कोई सवाल उठा सके। दूरबीन लगाकर, माइक्रोस्कोप लगाकर भी ऐसी घटना को ढूंढा नहीं जा सकता। हालांकि, फिर भी विरोधियों ने दुष्प्रचार का कोई मौका नहीं छोड़ा। जिनको आस्था का यह समागम अच्छा नहीं लगा, उन्होंने कोई मौका नहीं छोड़ा। मौनी अमावस्या के दिन 8 करोड़ श्रद्धालु यहां पर थे, हमारी प्राथमिकता थी कि इन श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान कर उनके गंतव्य की ओर प्रस्थान कराया जाए। लेकिन विरोधी लगातार दुष्प्रचार कर रहे थे, बदनाम कर रहे थे। उनकी भाषा अपमानित करने वाली थी। कोई काहिरा की तो कोई काठमांडू की घटना का दृश्य दिखाकर प्रयागराज को बदनाम कर रहा था। सीएम योगी ने कहा कि पहले की सरकारों ने भारत की आस्था का सम्मान नहीं किया। महाकुम्भ ने दिया आस्था और आर्थिकी का नया संदेश। सीएम योगी ने महाकुम्भ के माध्यम से अर्थव्यवस्था में आई मजबूती का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ ने आस्था और आर्थिकी का एक नया संदेश दिया। भगवान वेद व्यास ने 5000 साल पहले ही कहा था कि मैं बाहें उठा करके चिल्ला चिल्ला कर कह रहा हूं कि धर्म के मार्ग पर चलो, धर्म से ही अर्थ और कामनाओं की पूर्ति हो सकती है। प्रयागराजवासियों ने भगवान वेदव्यास की इस वाणी को सत्य साबित कर दिया। लाखों रोजगार मिले, उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था एक नया आयाम छूने के लिए उतावली दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि आज आस्था के साथ नई अर्थव्यवस्था का जो आधार बना है वह अद्भुत है। दुनिया भौचक्की और लालायित है यहां आने के लिए। केवल भारत ही नहीं दुनिया के अंदर एक दर्जन देशों के मंत्री या राष्ट्राध्यक्ष भी इस आयोजन का हिस्सा बने और 74 देशों के एंबेसडर और हाई कमिश्नर भी यहां आए। यानी पहली बार 80 से अधिक देशों के लोग इस आयोजन में भागीदार बने। जो आया वह अभिभूत होकर गया। सीएम को भेंट किया गया मेला प्राधिकरण द्वारा बनाए गए तीन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से मेला प्राधिकरण द्वारा स्थापित तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया। इन तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में से पहला एक साथ सर्वाधिक लोगों (329) द्वारा एक ही समय में कई स्थलों पर नदी की सफाई, दूसरा एक साथ सर्वाधिक संख्या (19 हजार) में सफाईकर्मियों द्वारा सफाई अभियान चलाए जाने और तीसरा 8 घंटे तक सर्वाधिक लोगों(10,102)द्वारा हैंडप्रिंट बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल रहा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा प्रकाशित एसेंस ऑफ कुम्भ बुक का विमोचन भी किया। इस दौरान दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत अन्य मंत्रीगण एवं अधिकारी मौजूद रहे।

एकता का महाकुंभ, युग परिवर्तन की आहट- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


लखनऊ/दिल्ली : महाशिवरात्रि के दिन अंतिम अमृत स्नान के साथ प्रयागराज महाकुम्भ 2025 का 45 दिन बाद समापन हो गया। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में देश और दुनिया से 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य प्राप्त किया। इस भव्य, नव्य और दिव्य आयोजन की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को उनके परिश्रम, प्रयास और संकल्प की सराहना की। पीएम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट के जरिए प्रयागराज महाकुम्भ को एकता का महाकुम्भ बताते हुए कहा कि महाकुम्भ संपन्न हुआ, एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। महाकुम्भ में जिस भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी की है वो सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और विरासत को सुदृढ़ और समृद्ध रखने के लिए कई सदियों की एक सशक्त नींव भी रख गया है। पीएम मोदी ने कहा कि महाकुम्भ संपन्न हुआ, एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुम्भ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करता है। पीएम ने कहा कि महाकुम्भ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में जिस भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी की है वो सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और विरासत को सुदृढ़ और समृद्ध रखने के लिए कई सदियों की एक सशक्त नींव भी रख गया है। प्रयागराज का महाकुम्भ आज दुनियाभर के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के साथ ही प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए भी रिसर्च का विषय बन गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज अपनी विरासत पर गौरव करने वाला भारत अब एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। ये युग परिवर्तन की वो आहट है, जो देश का नया भविष्य लिखने जा रही है। समाज के हर वर्ग और हर क्षेत्र के लोग इस महाकुंभ में एक हो गए। ये एक भारत श्रेष्ठ भारत का चिर स्मरणीय दृश्य करोड़ों देशवासियों में आत्मविश्वास के साक्षात्कार का महापर्व बन गया। योगी जी के नेतृत्व में शासन, प्रशासन और जनता ने मिलकर, इस एकता के महाकुंभ को सफल बनाया। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी का सांसद होने के नाते मैं गर्व से कह सकता हूं कि योगी जी के नेतृत्व में शासन, प्रशासन और जनता ने मिलकर, इस एकता के महाकुम्भ को सफल बनाया। केंद्र हो या राज्य हो, यहां ना कोई शासक था, ना कोई प्रशासक था, हर कोई श्रद्धा भाव से भरा सेवक था। हमारे सफाईकर्मी, हमारे पुलिसकर्मी, नाविक साथी, वाहन चालक, भोजन बनाने वाले, सभी ने पूरी श्रद्धा और सेवा भाव से निरंतर काम करके इस महाकुम्भ को सफल बनाया। विशेषकर, प्रयागराज के निवासियों ने इन 45 दिनों में तमाम परेशानियों को उठाकर भी जिस तरह श्रद्धालुओं की सेवा की है, वह अतुलनीय है। मैं प्रयागराज के सभी निवासियों का, यूपी की जनता का आभार व्यक्त करता हूं, अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि एकता के महाकुम्भ को सफल बनाने के लिए देशवासियों के परिश्रम, उनके प्रयास, उनके संकल्प से अभीभूत मैं द्वादश ज्योतिर्लिंग में से प्रथम ज्योतिर्लिंग, श्री सोमनाथ के दर्शन करने जाऊंगा। मैं श्रद्धा रूपी संकल्प पुष्प को समर्पित करते हुए हर भारतीय के लिए प्रार्थना करूंगा। मैं कामना करूंगा कि देशवासियों में एकता की ये अविरल धारा, ऐसे ही बहती रहे। बॉक्स सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जताया आभार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट के जरिए कहा कि प्रधानमंत्री जी, यह आपके यशस्वी मार्गदर्शन का ही सुफल है कि 'एकता, समता, समरसता का महायज्ञ' महाकुम्भ-2025, प्रयागराज भव्यता-दिव्यता के साथ सुरक्षा-स्वच्छता-सुव्यवस्था के नवीन मानक गढ़कर आज संपन्न हो गया है। विगत 45 पुण्य दिवसों में पूज्य साधु-संतों समेत 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पावन त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाकर कृतार्थ हुए हैं। सकल विश्व को 'सभी जन एक हैं' का अमृत संदेश देने वाला यह मानवता का महोत्सव 'वसुधैव कुटुंबकम्' के पुण्य भाव के साथ संपूर्ण विश्व को एकता के सूत्र में पिरो रहा है। आपका मार्गदर्शन एवं शुभेच्छाएं हम सभी को सदैव नई ऊर्जा प्रदान करती हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने मां गंगा की पूजा-अर्चना कर संगम तट पर किया स्वच्छता अभियान...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार सुबह महाकुम्भ 2025 की औपचारिक पूर्णाहुति के लिए प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने महाकुम्भ नगर के अरैल घाट पर सफाईकर्मियों के साथ मिलकर घाट की सफाई की और गंगा तट पर स्नानार्थियों द्वारा छोड़ी गए वस्त्र आदि को साफ करने में अपने मंत्रियों के साथ श्रमदान किया। जल में मौजूद छोड़े गए वस्त्रों को निकालकर महाकुम्भ के उपरांत पूरे मेला क्षेत्र की स्वच्छता के लिए अभियान का शुभारंभ किया।क्षसफाई कार्य के बाद मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ फ्लोटिंग जेटी के जरिए संगम के लिए रवाना हुए।

इस दौरान उन्होंने जेटी से साइबेरियन पक्षियों को दाना खिलाया। संगम पहुंचकर सीएम योगी ने मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य रूप में मौजूद मां सरस्वती का विधिवत पूजन किया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने मंत्रिगणों के साथ मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर विधि-विधान से मां की आरती उतारी और लोक कल्याण की कामना की। सीएम योगी ने संगम स्नान को आए श्रद्धालुओं का भी अभिवादन किया। इस अवसर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, राकेश सचान, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, अनिल राजभर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना संजय प्रसाद सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। महाकुम्भ को ऐतिहासिक बनाने वाले कर्मचारियों को सम्मानित करेंगे सीएम। मुख्यमंत्री आज दिनभर महाकुम्भ नगर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वे महाकुम्भ को ऐतिहासिक, दिव्य, भव्य, स्वच्छ, सुरक्षित और डिजिटल बनाने में योगदान देने वाले कर्मचारियों और संस्थाओं से मुलाकात करेंगे और उन्हें सम्मानित करेंगे। शाम को सीएम योगी पुलिसकर्मियों से भी संवाद करेंगे और सुरक्षित महाकुम्भ के लिए उनका आभार प्रकट करेंगे। इसके अलावा, कुम्भ की व्यवस्था में लगे अधिकारियों और मेला प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ भी उनकी बैठक प्रस्तावित है।


Wednesday, February 26, 2025

महाकुंभ पुलिस मुस्तैद रहकर संपन्न कराया महाशिवरात्रि स्नान पर्व...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू

महाकुम्भ नगर : महाकुम्भ 2025 के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी 2025 को करोड़ों श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव के जयघोष के साथ संगम व अन्य स्नान घाटों पर पवित्र डुबकी लगाई। श्रद्धालु स्नान के बाद मनकामेश्वर मंदिर, सोमेश्वर नाथ मंदिर, वेणी माधव मंदिर एवं नागवासुकी मंदिर पहुंचकर भगवान शिव का दर्शन-पूजन, जलाभिषेक एवं दान-अनुष्ठान कर पुण्य अर्जित करते दिखे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम। श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन, सुरक्षित स्नान और दर्शन-पूजन के लिए व्यापक पुलिस प्रबंधन किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस, महिला पुलिस, पीएसी, घुड़सवार पुलिस एवं अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया। संगम क्षेत्र में जल पुलिस, मोटर बोट और गोताखोरों की तैनाती कर स्नान घाटों पर लगातार सतर्क निगरानी रखी गई। सीसीटीवी व पब्लिक एड्रेस सिस्टम से कड़ी निगरानी। मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखी गई। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिए श्रद्धालुओं को सावधानीपूर्वक स्नान और दर्शन-पूजन करने की अपील की गई, ताकि वे सुरक्षित अपने गंतव्य तक लौट सकें। श्रद्धालुओं के लिए सुगम यातायात प्रबंधन। श्रद्धालुओं को किसी असुविधा से बचाने के लिए मेला क्षेत्र में शिवालयों के निकट ही पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई, जिससे उन्हें न्यूनतम पैदल चलना पड़े। वरिष्ठ अधिकारियों ने संभाली कमान। पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण (IPS) एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी (IPS) मेला क्षेत्र में मौजूद रहकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते रहे। उन्होंने शिवालयों का भ्रमण कर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की कुशलक्षेम पूछी और उनका उत्साहवर्धन किया। भक्तिभाव और आस्था का अद्भुत नजारा। महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं में असीम उत्साह देखने को मिला। करोड़ों भक्तों ने संगम व अन्य घाटों पर आस्था की डुबकी लगाकर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।

पुलिस की मुस्तैदी के बीच सकुशल संपन्न हुआ अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : महाकुम्भ अन्तिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर्व पर महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आये हुये करोड़ों श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों ने हर-हर महादेव की उद्घोष के साथ संगम व अन्य स्नान घाटों पर डुबकी लगाकर मनकामेश्वर मन्दिर, सोमेश्वर नाथ मन्दिर, वेणी माधव मंदिर तथा नागवासुकी मन्दिर पहुंचकर भगवान शिव का दर्शन पूजन, जलाभिषेक तथा दान अनुष्ठान कर पुण्य अर्जित किया। इस दौरान श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन, सुरक्षित स्नान व दर्शन पूजन हेतु व्यापक पुलिस प्रबन्ध किये गये। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस, महिला पुलिस, पीएसी के जवान, घुड़सवार पुलिस व अर्ध सैनिक बल के जवान व्यवस्थापित किये गये। पवित्र संगम में जल पुलिस के साथ मोटर बोट व गोताखोरों की नियुक्ति कर स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत कड़े प्रबन्ध करके स्नान घाटों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखी गयी। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में ‘सीसीटीवी कैमरे’ के माध्यम से पल पल की खबर रखी गयी। ‘पब्लिक एड्रेस सिस्टम’के माध्यम से सभी श्रद्धालुओं से लगातार अनुरोध किया गया कि सावधानी पूर्वक स्नान करके भगवान भोले नाथ का दर्शन पूजन करते हुए सकुशल अपने गंतव्य को वापस जाए। मेले में आने वाले स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं को संगम स्नान व दर्शन पूजन में कोई असुविधा न हो इसके दृष्टिगत मेला क्षेत्र में ही शिवालयों के निकटस्थ ही पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई जिससे श्रद्धालुओं को स्नान घाट तथा शिवालयों तक न्यूनतम पैदल चलना पड़े। इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण IPS, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी IPS लगातार मेला क्षेत्र में मौजूद रहकर सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित कराते रहे। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा मेला क्षेत्र के समीप सभी शिवालयों का भ्रमण करतें हुये ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस कर्मियों की कुशलक्षेम लेते हुये उनका उत्साहवर्धन किया गया । सकुशल व सुरक्षित स्नान सम्पन्न कराने हेतु पुलिस के आला अफसर लगातार मेला क्षेत्र में डटे रहे। महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं में आस्था के प्रति काफी उत्साह देखने को पाया गया। करोड़ों श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों ने संगम व अन्य स्नान घाटों पर डुबकी लगाकर देवाधिदेव महादेव का दर्शन-पूजन कर जलाभिषेक किया। पुलिस के उत्कृष्ट प्रबंधन के कारण महाकुम्भ-2025 का अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि का स्नान व दर्शन-पूजन सकुशल संपन्न हुआ।

पुलिस की मुस्तैदी के बीच सकुशल संपन्न हुआ अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


महाकुम्भ नगर : महाकुम्भ अन्तिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर्व पर महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आये हुये करोड़ों श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों ने हर-हर महादेव की उद्घोष के साथ संगम व अन्य स्नान घाटों पर डुबकी लगाकर मनकामेश्वर मन्दिर, सोमेश्वर नाथ मन्दिर, वेणी माधव मंदिर तथा नागवासुकी मन्दिर पहुंचकर भगवान शिव का दर्शन पूजन, जलाभिषेक तथा दान अनुष्ठान कर पुण्य अर्जित किया। इस दौरान श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन, सुरक्षित स्नान व दर्शन पूजन हेतु व्यापक पुलिस प्रबन्ध किये गये। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस, महिला पुलिस, पीएसी के जवान, घुड़सवार पुलिस व अर्ध सैनिक बल के जवान व्यवस्थापित किये गये। पवित्र संगम में जल पुलिस के साथ मोटर बोट व गोताखोरों की नियुक्ति कर स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत कड़े प्रबन्ध करके स्नान घाटों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखी गयी। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में ‘सीसीटीवी कैमरे’ के माध्यम से पल पल की खबर रखी गयी। ‘पब्लिक एड्रेस सिस्टम’के माध्यम से सभी श्रद्धालुओं से लगातार अनुरोध किया गया कि सावधानी पूर्वक स्नान करके भगवान भोले नाथ का दर्शन पूजन करते हुए सकुशल अपने गंतव्य को वापस जाए। मेले में आने वाले स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं को संगम स्नान व दर्शन पूजन में कोई असुविधा न हो इसके दृष्टिगत मेला क्षेत्र में ही शिवालयों के निकटस्थ ही पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई जिससे श्रद्धालुओं को स्नान घाट तथा शिवालयों तक न्यूनतम पैदल चलना पड़े। इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण IPS, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी IPS लगातार मेला क्षेत्र में मौजूद रहकर सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित कराते रहे। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा मेला क्षेत्र के समीप सभी शिवालयों का भ्रमण करतें हुये ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस कर्मियों की कुशलक्षेम लेते हुये उनका उत्साहवर्धन किया गया । सकुशल व सुरक्षित स्नान सम्पन्न कराने हेतु पुलिस के आला अफसर लगातार मेला क्षेत्र में डटे रहे। महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं में आस्था के प्रति काफी उत्साह देखने को पाया गया। करोड़ों श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों ने संगम व अन्य स्नान घाटों पर डुबकी लगाकर देवाधिदेव महादेव का दर्शन-पूजन कर जलाभिषेक किया। पुलिस के उत्कृष्ट प्रबंधन के कारण महाकुम्भ-2025 का अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि का स्नान व दर्शन-पूजन सकुशल संपन्न हुआ।


KHABREIN UTTAR RADESH KI NEWS PAPER

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