रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
महाकुंभ नगर : उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर महाकुंभ नगर में आयोजित भव्य प्रदर्शनी एवं सांस्कृतिक समारोह ने प्रदेश की सांस्कृतिक, औद्योगिक और आर्थिक विरासत को एक नई पहचान दी। शुक्रवार को कुम्भ कला परिसर में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य एवं औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता 'नन्दी' ने इस आयोजन का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मंत्री श्री नन्दी ने प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि और औद्योगिक प्रगति को रेखांकित करते हुए इसे "सांस्कृतिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास की त्रिवेणी" का प्रतीक बताया। नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, बल्कि यह अपनी संस्कृति, इतिहास और समृद्धि के कारण भी सदैव अग्रिम पंक्ति में रहा है। महाकुंभ 2025 जैसे वैश्विक आयोजन ने इस सांस्कृतिक गौरव को और बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि अब तक 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं और 26 फरवरी तक यह संख्या 40 से 50 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। महाकुंभ: वैश्विक आकर्षण का केंद्र नन्दी ने कहा कि महाकुंभ 2025 देश और दुनिया के लिए एक अद्वितीय आयोजन है। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक चेतना का वैश्विक मंच बताया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'विरासत और विकास' मंत्र से प्रेरित होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को आधुनिकता के साथ सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनाया है। मंत्री ने महाकुंभ के व्यवस्थापन की सराहना करते हुए कहा कि इतने बड़े पैमाने पर भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक संचालन और सुरक्षा व्यवस्था एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे एक सफल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन दुनियाभर के विश्वविद्यालयों और शोधकर्ताओं के लिए अध्ययन का विषय बन चुका है। आर्थिक और औद्योगिक विकास की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने बताया कि प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि यहां प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर, बाबा विश्वनाथ का दिव्य कॉरिडोर और महाकुंभ का विहंगम आयोजन है। इसके साथ ही प्रदेश में औद्योगिक विकास की अभूतपूर्व गति ने इसे भारत की अर्थव्यवस्था का मुकुट बनाने का सपना साकार किया है। उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में नई ऊर्जा और नई रफ्तार के साथ विकास हो रहा है। प्रदेश सरकार 24 करोड़ जनता की खुशहाली और समृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।सांस्कृतिक धरोहर से आधुनिकता की ओर मंत्री ने अपने वक्तव्य के अंत में कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को संजोए हुए है, बल्कि आधुनिकता और विकास के एक्सप्रेसवे पर सरपट दौड़ रहा है। यह प्रदेश आने वाले समय में भारत के विकास का प्रमुख केंद्र बनेगा।
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