Showing posts with label बागपत. Show all posts
Showing posts with label बागपत. Show all posts

Wednesday, June 4, 2025

असली संपत्ति संस्कारित संतान देवेंद्र पाल वर्मा...

रिपोर्ट- नदीम कुरैशी 

बागपत : जिला आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत के  द्वारा आयोजित आवासीय संस्कार शोधक शिविर का भव्य उद्घाटन चौधरी केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल बड़ौत संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि देवेंद्र पाल वर्मा अध्यक्ष आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश ने ओम ध्वज फैराकर आर्य वीरो को संबोधित करते हुए कहा दुनिया में असली संपत्ति संस्कारित संतान है। बच्चों को संस्कारित करने का कार्य आर्य समाज के द्वारा किया जा रहा है। आज की युवा पीढ़ी नशे जैसी सामाजिक बुराई को त्याग कर अच्छे समाज का निर्माण करें। शिविर बच्चों के लिए एक आवश्यक कार्यक्रम है। इस मौके पर ईंट भट्टा निर्माता अध्यक्ष बागपत विक्रम सिंह राणा ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा की बच्चों में बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए इस प्रकार के शिविरों में भेजने की आवश्यकता है। शिविर करने से बच्चों के जीवन में नेतृत्व की क्षमता का विकास होता है। समाज उत्थान के कार्य के लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग को आगे आकर कार्य करना चाहिए। बच्चों के मन को शुद्ध करने का शिविर एक अच्छा माध्यम है। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ मनीष तोमर ने की संचालन रवि शास्त्री ने क्या किया इस अवसर पर जिला सभा अध्यक्ष सुशील राणा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए।कहा हमारे देश की संस्कृति वृद्धा आश्रम की कभी नहीं रही। हमें अपने बड़ों की सेवा घर में ही करनी चाहिए। यही संस्कार देने के लिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है।सभा मंत्री रवि शास्त्री ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में पहुंचे सैकड़ों  लोगों का जिला सभा अध्यक्ष सुशील राणा ने आभार व्यक्त किया।  इस अवसर पर नरेंद्र चौहान, डॉ मनीष तोमर, सुशील राणा, राष्ट्र वर्धन मुनि , धर्मपाल त्यागी,कपिल आर्य, विक्रम राणा, मीरा वर्मा, हरपाल आर्य , मा ऋषि पाल आर्य आदि उपस्थित रहे।

बडौत नगर से भाजपा का प्रतिनिधि मंडल बागपत लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद डॉक्टर सतपाल सिंह से की मुलाकात...

रिपोर्ट- नदीम कुरैशी 


बागपत : बडौत नगर से भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल बडोत नगर पालिका परिषद के पूर्व सभासद वरिष्ठ नेता नेता राकेश विश्वकर्मा के नेतृत्व में बागपत लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सत्यपाल सिंह के आवास पर दिल्ली में जाकर मिला इसमें उन्होंने बागपत क्षेत्र की दर्जन भर समस्याओं से उन्हें अवगत कराया उन्होंने समस्याओं का अधिकारियों से मिलकर समाधान कराए जाने का प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया इस अवसर पर भाजपा नेता हरि भूषण उपाध्याय, रविंद्र आर्य, प्रकाश जांगिड़, मुकेश जांगिड़ युवा भाजपा नेता राजगोपाल कश्यप, मुकेश पवार, डॉक्टर सत्यपाल सिंह का फूलों की मालाओं के साथ उनके आवास पर उनका भव्य स्वागत किया इस अवसर पर डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने भाजपा नेताओं से मिलकर उन्हें आश्वासन दिलाया की समस्याओं का अधिकारियों से मिलकर समाधान कराया जाएगा डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने कहा कि बागपत लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिए 24 घंटे कंधे से कंधे मिलाकर चलने का काम किया जायेगा।

बड़ौत श्रमिक एसोशिएशन बागपत में अर्द्धनग्न प्रदर्शन किया...

रिपोर्ट- नदीम कुरैशी


बागपत : बडौत नगर में श्रम प्रवर्तन अधिकारी के बड़ौत बिनौली रोड कार्यालय पर बड़ौत श्रमिक एसोशिएशन बागपत का अर्द्धनग्न प्रदर्शन। प्रेस में शासनादेश जारी करने व श्रम प्रवर्तन अधिकारी अनिल कुमार भदौरिया द्वारा पिछले दिनों बुधवार साप्ताहिक मार्केट बंदी के दिन दुकान खोलने वाले दुकानदारों के चलान काटने का नही दिखा असर। आज बुधवार साप्ताहिक मार्केट बंदी के दिन बड़ौत का मार्केट गुलजार। बुधवार साप्ताहिक मार्केट बंदी के दिन स्थल निरीक्षण कर व चलान काट कर फिर लम्बी चादर तान कर सो गए श्रम प्रवर्तन अधिकारी। पिछले दो बुधवार से स्थल निरीक्षण को नहीं आए श्रम प्रवर्तन अधिकारी जिसका नतीजा व्यापारियों के हौसले फीर बुलंद फीर मार्केट खोला। इससे श्रमिकों को नहीं मिलता साप्ताहिक अवकाश। आगामी बुधवार को तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा इस अवसर पर श्रमिक एसोसिएशन अध्यक्ष प्रवीण कुमार वर्मा, जितेंद्र तोमर, अमित तोमर, नौशाद खान, अंकित कुमार, संकीर्ण गोपाल, प्रशांत जैन, नरेश वेल, देवेंद्र सिंह, पारस नरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

Tuesday, June 3, 2025

शहजाद राय शोध संस्थान में संग्रहित दुर्लभ लोहयुग कुल्हाड़ी का अवलोकन करते पुराविद- डॉ. धर्मवीर शर्मा...

बागपत- नदीम कुरैशी 


बागपत : शहजाद राय शोध संस्थान में मौजूद है भारतीय सभ्यता का महत्वपूर्ण खजाना- डॉ. धर्मबीर शर्मा बडोत संवाददाता बडोत नगर में प्रेस वार्ता करते हुए अमित राय जैन कहा की। ● शहजाद राय शोध संस्थान में संग्रहित लोहयुग के अस्त्र शस्त्रों पर भारत सरकार के सहयोग से किया जाएगा शोध, प्रोजेक्ट किया जाएगा तैयार। ● इतिहासकार अमित राय जैन से मिलने पहुंचे सिनौली उत्खनन के प्रथम निदेशक पूराविद डॉ. धर्मबीर शर्मा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वरिष्ठ पूराविद डॉ. धर्मबीर शर्मा आज बड़ौत के शहजाद राय शोध संस्थान में इतिहासकार डॉ अमित राय जैन से मिलने पहुंचे! डॉ. जैन से मिलकर धर्मबीर शर्मा ने कहा कि शहजाद राय शोध संस्थान में संग्रहित लोहयुग के अस्त्र शस्त्रों का दुर्लभ संग्रह मौजूद है, जिस पर वैश्विक रूप से शोध एवं अनुसंधान किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शहजाद राय शोध संस्थान में मौजूद संपूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों से संग्रहित लोहयुग के हथियार संग्रह में कुल्हाड़ी, हथौड़े और विभिन्न प्रकार के कृषि कार्यों में प्रयोग होने वाले उपकरणों का अत्यंत दुर्लभ एवं महत्वपूर्ण संग्रह है। आवश्यकता है कि भारत की प्राचीन लोहे को गलाने एवं लोहे के उपयोग की प्रणाली से पर्दा उठाने के लिए इस संग्रह पर विश्व स्तर का शोध किया जाए ! आज उनके आने का उद्देश्य सिनौली, तिलवाड़ा से भारत में पहली बार प्राप्त हुए युद्ध रथ के उत्खनन कार्यों के विषय में चर्चा करना तथा लोहयुग की प्रस्तुत सामग्री पर एक प्रोजेक्ट बनाकर भारत सरकार के माध्यम से कार्बन डेटिंग इत्यादि की व्यवस्था करना है। दरअसल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा दक्षिण भारत के विभिन्न प्रांतो एवं पूरास्थलों से प्राप्त लोहयुग सभ्यता के अस्त्र शस्त्रों एवं उपकरणों की कार्बन डेटिंग कराई गई! जिसमें पता चला है कि इन लोहे से बने हुए शास्त्रों की आयु करीब 4000 वर्ष तक जा रही है! यह पहली बार है कि भारत की लोहे को गलाने की प्रणाली तथा लोहे के उपयोग आदि के विषय में भारत की प्राचीनतम सभ्यताओं के लोगों के कौशल पर शोध कार्य हुआ है। इस संबंध में इतिहासकार अमित राय जैन ने बताया कि महाराष्ट्र के इनामगांव उत्खनन से 1960 के दशक में पहली बार अच्छी खासी संख्या में लोहे के पुरापाषाण युग के हथियार एक कब्र से मिले थे जिन पर शोध कार्य के दौरान उनकी आयु के विषय में लोग अज्ञात थे। शहजाद राय शोध संस्थान में भारत की प्राचीन धातु गलन प्रणाली के ताम्रयुगीन शास्त्रों के साथ-साथ लोहे से बने शास्त्रों एवं उपकरणों का भी अच्छा खासा संग्रह मौजूद है! जिस पर विश्व स्तरीय शोध की तैयारी की जा रही है! इस विषय में जानकारी देते हुए वरिष्ठ इतिहासकार डॉ अमित राय जैन ने बताया कि यह सभी लोहे से बने हुए अस्त्र-शस्त्र पिछले दो दशकों के दौरान संपूर्ण भारत में भ्रमण करके उन्होंने स्थल निरीक्षण आदि सर्वेक्षणों के दौरान प्राप्त किए हैं। जिस पर अब इतने लंबे समय के बाद एक विशिष्ट प्रोजेक्ट बनाकर के भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को भेजा जा रहा है! ताकि इन अस्त्र शस्त्रों की आयु कार्बन डेटिंग के माध्यम से पता की जा सके तथा उनकी उपयोग आदि के विषय में भी संपूर्ण विश्व को जानकारी प्रदान की जा सके।

शहजाद राय शोध संस्थान में संग्रहित दुर्लभ लोहयुग कुल्हाड़ी का अवलोकन करते पुराविद- डॉ. धर्मवीर शर्मा...

बागपत- नदीम कुरैशी 


बागपत : शहजाद राय शोध संस्थान में मौजूद है भारतीय सभ्यता का महत्वपूर्ण खजाना- डॉ. धर्मबीर शर्मा बडोत संवाददाता बडोत नगर में प्रेस वार्ता करते हुए अमित राय जैन कहा की। ● शहजाद राय शोध संस्थान में संग्रहित लोहयुग के अस्त्र शस्त्रों पर भारत सरकार के सहयोग से किया जाएगा शोध, प्रोजेक्ट किया जाएगा तैयार। ● इतिहासकार अमित राय जैन से मिलने पहुंचे सिनौली उत्खनन के प्रथम निदेशक पूराविद डॉ. धर्मबीर शर्मा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वरिष्ठ पूराविद डॉ. धर्मबीर शर्मा आज बड़ौत के शहजाद राय शोध संस्थान में इतिहासकार डॉ अमित राय जैन से मिलने पहुंचे! डॉ. जैन से मिलकर धर्मबीर शर्मा ने कहा कि शहजाद राय शोध संस्थान में संग्रहित लोहयुग के अस्त्र शस्त्रों का दुर्लभ संग्रह मौजूद है, जिस पर वैश्विक रूप से शोध एवं अनुसंधान किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शहजाद राय शोध संस्थान में मौजूद संपूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों से संग्रहित लोहयुग के हथियार संग्रह में कुल्हाड़ी, हथौड़े और विभिन्न प्रकार के कृषि कार्यों में प्रयोग होने वाले उपकरणों का अत्यंत दुर्लभ एवं महत्वपूर्ण संग्रह है। आवश्यकता है कि भारत की प्राचीन लोहे को गलाने एवं लोहे के उपयोग की प्रणाली से पर्दा उठाने के लिए इस संग्रह पर विश्व स्तर का शोध किया जाए ! आज उनके आने का उद्देश्य सिनौली, तिलवाड़ा से भारत में पहली बार प्राप्त हुए युद्ध रथ के उत्खनन कार्यों के विषय में चर्चा करना तथा लोहयुग की प्रस्तुत सामग्री पर एक प्रोजेक्ट बनाकर भारत सरकार के माध्यम से कार्बन डेटिंग इत्यादि की व्यवस्था करना है। दरअसल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा दक्षिण भारत के विभिन्न प्रांतो एवं पूरास्थलों से प्राप्त लोहयुग सभ्यता के अस्त्र शस्त्रों एवं उपकरणों की कार्बन डेटिंग कराई गई! जिसमें पता चला है कि इन लोहे से बने हुए शास्त्रों की आयु करीब 4000 वर्ष तक जा रही है! यह पहली बार है कि भारत की लोहे को गलाने की प्रणाली तथा लोहे के उपयोग आदि के विषय में भारत की प्राचीनतम सभ्यताओं के लोगों के कौशल पर शोध कार्य हुआ है। इस संबंध में इतिहासकार अमित राय जैन ने बताया कि महाराष्ट्र के इनामगांव उत्खनन से 1960 के दशक में पहली बार अच्छी खासी संख्या में लोहे के पुरापाषाण युग के हथियार एक कब्र से मिले थे जिन पर शोध कार्य के दौरान उनकी आयु के विषय में लोग अज्ञात थे। शहजाद राय शोध संस्थान में भारत की प्राचीन धातु गलन प्रणाली के ताम्रयुगीन शास्त्रों के साथ-साथ लोहे से बने शास्त्रों एवं उपकरणों का भी अच्छा खासा संग्रह मौजूद है! जिस पर विश्व स्तरीय शोध की तैयारी की जा रही है! इस विषय में जानकारी देते हुए वरिष्ठ इतिहासकार डॉ अमित राय जैन ने बताया कि यह सभी लोहे से बने हुए अस्त्र-शस्त्र पिछले दो दशकों के दौरान संपूर्ण भारत में भ्रमण करके उन्होंने स्थल निरीक्षण आदि सर्वेक्षणों के दौरान प्राप्त किए हैं! जिस पर अब इतने लंबे समय के बाद एक विशिष्ट प्रोजेक्ट बनाकर के भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को भेजा जा रहा है! ताकि इन अस्त्र शस्त्रों की आयु कार्बन डेटिंग के माध्यम से पता की जा सके तथा उनकी उपयोग आदि के विषय में भी संपूर्ण विश्व को जानकारी प्रदान की जा सके।

KHABREIN UTTAR RADESH KI NEWS PAPER

KHABREIN UTTAR RADESH KI NEWS PAPER

VIDEOS