ओड़िसा में दर्दनाक ट्रेन हादसा, 288 की मौत ,900 से अधिक घायल
सीनियर रिपोर्टर रितेश कुमार खेमका : ओडिशा :
2 जून की शाम एक और रेल हादसे की खबर आई। यह इस वर्ष का चौथा रेल हादसा है। शुक्रवार की शाम 7 बजकर 20 मिनट के करीब ये रेल दुर्घटना ओडिशा राज्य के बालासोर जिले के पास हुई, जहां कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर हुई और यात्री वाहक ट्रेन के लगभग 15 डिब्बे पटरी से उतर गये। रेलवे में मुख्य भ्रष्टाचार होता रहता है और भूत गंभीर बात ये है कि सिग्नल का अनुमोदन तो रेलवे कर्मचारी ने ही किया होगा ना तो कैसे इतनी ट्रेन आएगी, जांच का विषय हैजांच से ही होगा इतने बड़े हादसे का समाधान,सस्पेंड कर देना चाहिए जितने भी अधिकारी हैं जिन्होनें भी अपना काम भारत के लिए नेही बालक कुछ पैसे के लिए किया हो मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस लेख को लिखे जाने के समय तक दिल दहला देने वाली इस रेल दुर्घटना में करीब 900 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने और 288 लोगों के मारे जाने की खबर आई।
इस बीच हावड़ा की ओर जा रही यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस के पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई और इसकी कुछ बोगियां पटरी से उतर गईं। दुर्भाग्य से इस रेल हादसे में कुल तीन ट्रेनें शामिल थीं। अक्सर हम सभी रेल दुर्घटनाओं से संबंधित खबरें समाचारों में पढ़ते व सुनते रहते हैं। बता दें कि भारत में हर साल कोई न कोई रेल दुर्घटना अवश्य घटती है.यहां भारत में प्रमुख रेल दुर्घटनाएं कब और कहां घटित हुई, किसमें कितने लोगों की जान गई एवं कितने लोग घायल हुए, इसकी पूरी रिपोर्ट पेश की जा रही है।
पिछले दस सालों में हुई रेल दुर्घटनाएं निम्नलिखित हैं-
ध्यान देने योग्य:
19 अगस्त 2017: उत्तर प्रदेश
21 जनवरी 2017: आंध्र प्रदेश
28 दिसंबर 2016: उत्तर प्रदेश
20 नवंबर 2016: उत्तर प्रदेश
4 अगस्त 2015: मध्य प्रदेश
20 मार्च, 2015: उत्तर प्रदेश
4 मई 2014: महाराष्ट्र
26 मई 2014: उत्तर प्रदेश
10 जुलाई 2011: उत्तर प्रदेश
28 मई 2010: पश्चिम बंगाल
भूत दुख की बात की आज भी तकनीकी त्रुटि बताती है और हम सब अपने देश के भूत देशवासियों को अलविदा ऐसे कहते रहेंगे भ्रष्टाचार की वजह से।
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