रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
कौशांबी : बैंक ऑफ बड़ौदा ने कौशांबी में कई कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ अपना 117वां स्थापना दिवस मनाया। 20 जुलाई 1908 को सर सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय द्वारा स्थापित यह बैंक पिछले कुछ वर्षों में भारत के अंतरराष्ट्रीय बैंक के रूप में उभरा है। इस दिन की शुरुआत कौशांबी जिले में आयोजित वॉकथॉन से हुई, जहां जिला विकास अधिकारी / उपायुक्त स्वतः रोजगार श्री सुखराज बंधु और पुलिस विभाग से सीओ श्री एस के तिवारी, एसएचओ श्री कृष्ण कुमार मौजूद थे और उनकी उपस्थिति में बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। जिसके तहत बड़ौदा स्वरोज़गार विकास संस्थान मंझनपुर एवं अन्य स्थानों में ३०० फल दार वृक्ष लगाया गया। इसके अतिरिक्त बैंक ऑफ बड़ौदा, मंझनपुर (प्रयागराज २) के सौजन्य से ग्राम न्यायालय चायल में जल कूलर/आरओ की भव्य स्थापना। माननीय एडीजे श्री हेमेन्द्र कुमार जी ने रिबन काटकर किया उद्घाटन, जल संरक्षण और स्वच्छता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम। समारोह के हिस्से के रूप में, पर्यावरण में योगदान देने के लिए कौशांबी के विभिन्न क्षेत्रों में 11,700 पेड़ लगाए गए। विभिन्न शाखाओं में ग्राहक मिलन समारोह आयोजित किए गए, जहां इस अवसर पर मिठाइयां बांटी गईं। बैंक ने "मानसून धमाका" फिक्स्ड डिपॉजिट रसीद (एफडीआर) उत्पाद पेश किया, जिसमें 333 और 399 दिनों के लिए जमा राशि पर उच्च ब्याज दरें के बारे में जानकारी दी गईं। सभी कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय प्रबंधक श्री चंद्रकांत चक्रवर्ती ने की, जो सभी समारोहों की देखरेख करने के लिए मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों और उनके बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रदर्शनों की बहुत सराहना की गई। बैंक ऑफ बड़ौदा का 117वां स्थापना दिवस एक यादगार कार्यक्रम था, जो अपने ग्राहकों और समुदाय के प्रति बैंक की प्रतिबद्धता को दी।
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