रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
कौशाम्बी : प्रदेश के मंत्री सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, हथकरघा तथा वस्त्रोद्योग राकेश सचान ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, सिराथू परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लाभार्थियों एवं आमजन-मानस को सम्बोधित करते हुए कहा कि परम्परागत रूप से करोड़ों विश्वकर्मा जो, अपने हॉथों, औजारों एवं अन्य उपकरणों से कड़ी मेहनत करके कुछ न कुछ बनाते हैं, वे इस देश के निर्माता हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास लोहार, सोनार, कुम्हार, बढ़ई, मूर्तिकार, कारीगर, राजमिस्त्री आदि जैसे अनगिनत लोगों की एक विशाल सूची है। इन विश्वकर्माओं की कड़ी मेहनत को समर्थन देने के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा देश में पहली बार विभिन्न प्रोत्साहन योजनायें चलायी जा रहीं हैं। ऐसे लोगों के लिए प्रशिक्षण, प्रोद्योगिकी, ऋण और बाजार समर्थन के प्राविधान किये गयें। पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान यानि-पीएम विश्वकर्मा करोड़ों विश्वकर्माओं के जीवन में अमूल चूक परिवर्तन भविष्य में लायेंगा। उन्होंने कहा कि यह लाभ 18 प्रकार के कारीगरों/शिल्पकारों को मिलेंगा। मंत्री ने कहा कि देश व प्रदेश में परम्परागत कार्य विलुप्त हो रहें थे, जिन्हें बचाने का कार्य केन्द्र में प्रधानमंत्री एवं प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा किया जा रहा हैं। वहीं परम्परागत कारीगरों/मजदूरों को लोन, किट एवं प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार प्रदान कर उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने का कार्य डबल इंजन की सरकार द्वारा किया जा रहा हैं। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनायें संचालित की जा रहीं है, इन योजनाओं के प्रति जागरूक होकर लाभ उठायें। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहॅुचाने के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार गरीब/असहाय एवं मजबूर लोगों के उत्थान के लिए कृत संकल्पित होकर कार्य कर रहीं हैं। इस अवसर पर उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों से इस योजना का लाभ उठाने का आवाह्न भी किया। मंत्री ने पी0एम0 विश्वकर्मा के तहत प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र वितरित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कॉमना की। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्षा कल्पना सोनकर, मण्डल अध्यक्ष दीपा श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव एवं प्रधानाचार्य आईटीआई के0के0 राम सहित अन्य अधिकारी एवं लाभार्थीगण उपस्थित रहें।
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